भरतपुर. लोहागढ़ बस डिपो में तैनात चालक की मौत को बाद उग्र प्रदर्शन को देखते हुए परिवहन विभाग हरकत में आया है. मामले में लापरवाही के चलते एक लिपिक और कनिष्ठ अभियंता को निलंबित कर दिया गया है.
दरअसल, बुधवार देर रात हरियाणा के पानीपत में एक एक्सीडेंट में लोहागढ़ बस डिपो में तैनात एक चालक वीरेंद्र की मौत हो गई. जिसके बाद लोहागढ़ बस के सभी कर्मचारी उग्र हो गए. सभी बस स्टैंड पर ही धरने पर बैठ गए. डिपो के कर्मचारियों का आरोप है कि वीरेंद्र की कई दिनों से तबियत खराब थी. लोहागढ़ डिपो के प्रबंधक लखन लाल और समय पालक सुनील कुमार से कई बार छुट्टी मांगी. लेकिन उन्होंने वीरेंद्र को छुट्टी नहीं दी.
वहीं आरोप है कि वीरेंद्र चंडीगड़ की बस पर लगातार ड्राइविंग कर रहा था. जबकि नियम अनुसार दो चक्कर लगाने के बाद ड्राइवर को छुट्टी दी जाती है. लेकिन रोडवेज प्रबधक और समय पाल ने ऐसा बिल्कुल नहीं किया. आरोप है कि वह अस्वस्थ होने के बावजूद बस चलाने के लिए मजबूर था. जिसके चलते दुर्घटना हो गई. जिसमें उसकी जान चली गई.
मामले में कार्रवाई करते हुए एपीओ परिवहन विभाग ने लिपिक सुनील कुमार और कनिष्ठ अभियंता लखन सिंह को एपीओ कर दिया है. वहीं रोडवेज के सभी कर्मचारी अभी धरने पर बैठे हैं. वीरेंद्र के शव का इंतजार कर रहे हैं. शाम तक वीरेंद्र का शव रोडवेज बस के द्बारा भरतपुर रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचेगा.