भरतपुर. राजस्थान सरकार ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव पर रोक लगा दी है. इसके विरोध में बुधवार को दो छात्र शहर की एक पानी की टंकी पर चढ़ गए. शहर की नई मंडी पानी की टंकी पर चढ़े छात्र विश्वविद्यालय और महाविद्यालयों में छात्रसंघ चुनाव कराने की मांग पर अड़े हुए थे. वहीं, टंकी के नीचे एसडीआरएफ की टीम ने जाल बांध दिया था. हालांकि, 4 घंटे की समझाइश के बाद दोनों छात्र नीचे उतरे.
नई मंडी क्षेत्र की पानी की टंकी पर चढ़े छात्र राहुल उवार ने कहा कि हर वर्ष छात्रसंघ चुनाव कराए जाते हैं. छात्रसंघ चुनाव के माध्यम से ही युवा राजनीति में आगे बढ़ते हैं. खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भी विद्यार्थी जीवन में छात्रसंघ के चुनाव लड़ चुके हैं. ऐसे में इस बार ऐसा क्या हो गया, जिसकी वजह से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने विश्वविद्यालय और महाविद्यालय में छात्रसंघ चुनाव आयोजित कराने पर रोक लगा दी है.
राहुल उवार और उसके साथ एक और छात्र डीएस हथैनी पानी की टंकी पर चढ़ा हुआ था. दोनों का कहना था कि जब तक सरकार छात्रों की मांग नहीं मान लेती और छात्रसंघ चुनाव पर लगाई रोक को नहीं हटा लेती, तब तक वो टंकी से नीचे नहीं उतरेंगे. साथ ही छात्र राहुल ने कहा कि उनका गांव उवार को डीग जिले में शामिल करने के बजाय भरतपुर जिले में ही रखा जाए.
उसका कहना था कि उवार से डीग की दूरी करीब 40 किमी है, जबकि भरतपुर मुश्किल से 8-9 किमी है. ऐसे में डीग जिले में शामिल करने से ग्रामीणों को काफी परेशानी होगी. उधर सूचना पाकर मौके पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे. किसी तरह की अनहोनी न हो, इसलिए टंकी के चारों तरफ एसडीआरएफ की टीम ने जाल बांध दिया था. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी दोनों छात्रों को समझाने का प्रयास किया और आखिरकार 4 घंटे बाद दोनों छात्र पानी की टंकी से नीचे उतरे.
जोधपुर में भी विरोध, सरकार से चुनाव बहाल करने की मांग : छात्रसंघ चुनाव को लेकर जोधपुर में छात्रों का प्रदर्शन जारी है. जयनारायण व्यास विश्वविद्वालय के पुराने परिसर के बाहर बुधवार कोचुनाव करवाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. जेएनवीयू में इस बार अध्यक्ष पद के लिए तैयारी कर रहे मोती सिंह जोधा ने कहा कि महज 20 दिन पहले सरकार ने चुनाव नहीं करवाने का फैसला लेकर छात्रों पर कुठाराघात किया है. जोधा ने बताया कि आज हमने शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया है, लेकिन अगर सरकार ने अपना निर्णय नहीं बदला तो हम आक्रामक प्रदर्शन करेंगे. साथ ही अन्य जिलों में भी जाएंग और छात्रों के हितों को लेकर आंदोलन करेंगे.
कांग्रेस छात्र संगठन मौन : जोधपुर में कांग्रेस की छात्र ईकाई एनएसयूआई पूरी तरह से मौन है. सरकार के निर्णय का समर्थन व खिलाफत दोनों को लेकर एनएसयूआई कार्यकर्ता नदारद है, जबकि एनएसयूआई से इस बार कई छात्र दावेदार थे, जिन्होंने लाखों रुपए खर्च कर दिए. शहर के प्रमुख चौराहा, विश्वविद्यालय परिसर में पोस्टर जोरों से पोस्टरबाजी कर रहे थे, लेकिन अचानक सरकार के निर्णय ने उनको भी चुप रहने पर मजबूर कर दिया.
झालावाड़ में भी लामबंद हुए छात्र संगठन : छात्रसंघ चुनाव को आयोजित करने की मांग को लेकर बुधवार को झालावाड़ में दोनों ही छात्र संगठन एबीवीपी और एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया. जहां एक ओर छात्र संगठन एबीवीपी के तीन कार्यकर्ता छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर पानी की टंकी पर चढ़ गए, तो वहीं दूसरी ओर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने भी राजकीय पीजी कॉलेज परिसर में सद्बुद्धि यज्ञ किया और उसके बाद कॉलेज से मिनी सचिवालय तक दंडवत प्रणाम करते हुए प्रदर्शन किया.