भरतपुर. लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने नए चेहरे को टिकट देना भारी पड़ता नजर आ रहा है. आलम यह है कि कांग्रेस की ही जनसभा कांग्रेसी नेता नदारद मिले. कांग्रेसी नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आ रही है.
इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस की ओर से जैसे ही नए चेहरे अभिजीत कुमार जाटव को अपना प्रत्याशी घोषित किया, कांग्रेस में अंतर्कलह सामने आ रही है. ज्यादातर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने नए प्रत्याशी का खुलकर विरोध किया है. वहीं रविवार को कांग्रेस प्रत्याशी अभिजीत कुमार के लिए एक मैरिज होम में कांग्रेस कार्यकर्ता सम्मलेन का आयोजन हुआ. जहां पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, चिकित्सा मंत्री डॉ सुभाष गर्ग के अलावा कोई भी कांग्रेस कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित नहीं था.
इस सभा में कार्यकर्ता भी नदारद दिखें. सिर्फ गांव की थोड़ी सी भीड़ नजर आई. इस पर पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यदि किसी कांग्रेस कार्यकर्ता या पदाधिकारी ने खिलाफत की तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि पार्टी ने अभिजीत कुमार जैसे नए चेहरे को टिकट दिया है लेकिन इसके बाद कांग्रेस के कुछ लोगों के पेट में दर्द शुरू हो गया है, लेकिन दर्द भी उन कोंग्रेसियों के पेट में हो रहा है जिन्होंने विगत पांच वर्षों तक जनता का दर्द नहीं देखा.
कार्यकर्ता सम्मलेन में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की अनुपस्थिति इस बात को दर्शाती है की जिस तरह से कांग्रेस पार्टी ने नए चेहरे अभिजीत कुमार को टिकट दिया है उसके बाद कार्यकर्ताओं में काफी नाराजगी है और शायद लोक सभा चुनावों में पार्टी को इसका नुकसान हो सकता है.