भरतपुर. जिला क्रिकेट संघ के सचिव शत्रुध्न तिवारी ने बताया कि बीते करीब 2 साल से वो भरतपुर जिले में अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट मैदान बनाने के लिए जमीन तलाश रहे थे. मैदान के मानकों और जरूरतों के अनुसार आगरा जयपुर हाईवे पर मॉर्डन स्कूल पब्लिक स्कूल संचालक डॉ. शैलेश सिंह ने स्कूल परिसर में 11 बीघा जमीन उपलब्ध कराई. यहां पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप क्रिकेट मैदान तैयार कर दिया गया है.
शत्रुघ्न तिवारी ने बताया कि पिच को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के लिए पिच विशेषज्ञ तापोस चटर्जी की मदद ली गई थी. पिच निर्माण के दौरान जमीन को 2 फीट गहरा खोदा गया जिसके बाद उसमें सेंड स्टोन, गिट्टी, कोयला चूरा, केमिकल और घास लगाई गई. इतना ही नहीं पिच निर्माण के काम में ली गई काली चिकनी मिट्टी उत्तर प्रदेश से मंगाई गई. इस तरह 80 गुणा 30 फुट में तीन पिच तैयार की गई हैं.
12 लाख लगवाई गई वरमूडा सलेक्शन घास-
मैदान में अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यान में रखते हुए नजफगढ़ के ठेकेदारों द्वारा वरमूडा सलेक्शन वन घास लगवाई गई है. इस पर करीब 12 लाख रुपए का खर्चा आया है. वरमूडा सलेक्शन वन घास की वजह से ग्राउंड में जंप और प्रैक्टिस कै दौरान चोट नहीं लगेगी.
सचिन तिवारी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप क्रिकेट ग्राउंड की साइज 65 से 70 मीटर होती है. जबकि भरतपुर का क्रिकेट मैदान 75 मीटर का है जो कि वनडे और टेस्ट मैच स्तर का है. उन्होंने कहा जल्द ही इसमें साइड स्क्रीन लगाने का काम भी शुरू किया जाएगा.
भविष्य में ग्राउंड में पैवेलियन और फ्लड लाइट लगवाने के भी प्रयास किया जाएगा. इसके लिए करीब 4 करोड़ रुपए का खर्चा आएगा जिसका प्रस्ताव तैयार कर राजस्थान क्रिकेट संघ को भेज दिया गया है.
मैदान में 3 सेंटर और 3 टर्फ विकेट होंगे. इसके अलावा सेंटर विकेट से चारों तरफ बाउंड्री होगी. इस बाउंड्री की दूरी 75 मीटर रखी गई है. सेंटर विकेट से बाउंड्री की तरफ डेढ़ फुट का ढलान होगा.
रणजी ट्रॉफी मैच पहला लक्ष्य रहेगा-
जिला क्रिकेट संघ के सचिव ने बताया कि राजस्थान क्रिकेट संघ में जिस दिन हमारा बोर्ड आ जाएगा हमारा सबसे पहला लक्ष्य रहेगा कि भरतपुर में रणजी ट्रॉफी के मैच कराए जाएंगे. तिवारी ने बताया कि भरतपुर में एक और ऐसा ही क्रिकेट ग्राउंड होना चाहिए क्योंकि राज्य स्तरीय क्रिकेट प्रतियोगिताओं (state level cricket tournament) के लिए दो क्रिकेट ग्राउंड की आवश्यकता होती है.
प्रैक्टिस के लिए नहीं जाना पड़ेगा दूसरे शहर-
क्रिकेट खिलाड़ी अवधेश खटाना ने बताया कि अब तक भरतपुर में अच्छे ग्राउंड का अभाव था. ऐसे में क्रिकेटर्स को प्रैक्टिस के लिए जयपुर, दिल्ली जाना पड़ता था. लेकिन अब भरतपुर में ही अंतरराष्ट्रीय स्तर का क्रिकेट ग्राउंड बनकर तैयार हो गया है. ऐसे में अब भरतपुर के खिलाड़ियों को दूसरे शहरों की तरफ नहीं जाना पड़ेगा और यहीं पर उन्हें प्रैक्टिस की बेहतरीन सुविधाएं मिल सकेंगी.