भरतपुर. जिला मुख्यालय पर आरबीएम अस्पताल में इन दिनों लापरवाही अपनी चरम चर्म सीमा पर पहुंच चुकी है. अस्पताल में पीपीपी मोड पर संचालित हो रही सिटी स्कैन की सुविधा में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है. डॉक्टर्स ने यहां मरीज को बुखार आने की वजह से सीने की सिटी स्कैन लिखी थी, लेकिन सिटी स्कैन रूम में बैठे कर्मचारी ने मरीज के सीने की जगह सिर की सिटी स्कैन कर डाली. दरअसल, शैलेन्द्र नाम का एक युवक करीब 10 दिनों बुखार से पीड़ित है.
शैलेन्द्र के परिजन उसे 28 मई को आरबीएम अस्पताल में लेकर पहुंचे और उसे भर्ती करवाया. डॉक्टर्स ने शैलेंद्र को एक्स-रे और ब्लड की जांच लिखी. जिसमें शैलेंद्र को ब्लड का इन्फेक्शन आया. इसके बाद डॉक्टर्स ने तबीयत में सुधार नहीं होते देख शैलेंद्र को सीने की सिटी स्कैन करवाने को लिखा, लेकिन सिटी स्कैन में बैठे कर्मचारी ने शैलेन्द्र की सीने की जगह सिर की सिटी स्कैन कर डाली. शैलेन्द्र के परिजनों को इस बात का बिलकुल पता नहीं लगा, लेकिन जब डॉक्टर्स राउंड पर आए तो उन्होंने शैलेंद्र को देखा और परिजनों से सिटी स्कैन रिपोर्ट दिखाने को कहा.
तब डॉक्टर ने कहा कि उन्होंने तो सीने की सिटी स्कैन करवाने को लिखा था, लेकिन आप सिर की सिटी स्कैन करवा कर लाए हैं. उसके बाद शैलेन्द्र के परिजन सिटी स्कैन रूम में बैठे कर्मचारी के पास गए और उनको पूरी बात बताई. शैलेंद्र के पिता ने बताया वहां कर्मचारी ने जिस पर्ची पर सिर की सिटी स्कैन करवाने की जांच लिखी थी, वह पर्ची अपने पास रख ली और दूसरी नकली पर्ची बनाकर दे दी और कहा की आप सिर की सिटी स्कैन ही लिखवा कर लाए हैं.
इसकी शिकायत शैलेन्द्र के परिजनों ने पीएमओ कालीचरण से भी की, लेकिन पीएमओ ने भी कोई एक्शन नहीं लिया. अस्पताल में ऐसी लापरवाही कई बार देखने को मिलती है, लेकिन अस्पताल के अधिकारी कोई भी एक्शन नहीं लेते. जिसकी वजह से अस्पताल में ऐसी लापरवाही मिलना आम बात हो गई है. वहीं इस संबंध में चिकित्सा राज्यमंत्री ने कहा कि पीएमओ को जांच कर दोषी के खिलाफ कार्रवाई के लिए निर्देश दिए हैं.