कामां (भरतपुर). कामां क्षेत्र के पहाड़ी थाना क्षेत्र के छपरा क्रशर जोन में स्थित योगेंद्र क्रेशर स्टोन पर लूटपाट हुई थी. इस मामले में लूटपाट कराने वाले मुख्य सरगना को पुलिस ने डीएसपी प्रदीप यादव के निर्देेशन में दबिश देकर गिरफ्तार किया है. आरोपी को हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है.
थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि क्रशरों से रंगदारी वसूलने का आरोपी छपरा निवासी राजमल ठेकेदार पुत्र इद्दर और उसका भाई साहिल अपने चालक के साथ हरियाणा में रिश्तेदारी में छुपे हुए थे. पुलिस ने लोकेशन और मुखबिर की सूचना पर टीम गठित कर अलग-अलग स्थानों पर दबिश दी. जिसमें एक टीम ने हरियाणा के पिनगांव और पुन्हाना के समीप स्थित मिलकपुर गांव से राजमल और साहिल को दबोच लिया. जबकि चालक भाग जाने मे सफल रहा.
यह भी पढ़ें. अलवर: भिवाड़ी में जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष, 1 की मौत
गौरतलब है कि क्रशर संचालकों के साथ लूटपाट और मारपीट करने के मामले में पुलिस ने चार जनों को बुधवार को गिरफ्तार किया था. जबकि उक्त आरोपी पुलिस को देखकर फरार हो गए थे. पकड़ा गया आरोपी राजमल राजनीतिक रसूख के कारण अब तक गिरफ्तारी से बचता आ रहा था लेकिन मामले की जांच जब उच्चाधिकारियों के निर्देश पर एएसपी मुख्यालय वंदिता राणा को सौंपी गई तो आरोपियों के खिलाफ जुर्म साबित हो गया. इसके बाद पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए उच्चाधिकारियों के निर्देशन में टीम गठित कर कार्रवाई करनी पड़ी. आरोपी के खिलाफ जिस थाना प्रभारी ने कार्रवाई करनी चाहिए उसे थाने से हटाया गया.
यह भी पढ़ें: मकान बंटवारे को लेकर भाईयों में खूनी संघर्ष, भाई और भतीजों ने चाचा को मौत के घाट उतारा
आरोपी राजमल के राजनीतिक रसूख का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि तत्कालिन पहाड़ी थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार शर्मा ने उसके खिलाफ दर्ज मुकदमों पर कार्रवाई करनी चाहिए तो उन पर ही राजनीतिक दबाव के कारण गाज गिर गई. उन्हें पहाड़ी थाने से हटाकर भरतपुर बुला लिया गया. उस दौरान दिसंबर 2020 में शर्मा ने
रपट में उल्लेख किया गया था कि राजमल छपरा इलाके में संचालित खनन लीजों और क्रशर संचालकों से अपने राजनीतिक रसूख और स्थानीय दबंगई के चलते रंगदारी वसूलने के लिए गैंग बना रखी है, जो वसूली नहीं देते उनके साथ मारपीट व लूटपाट की जाती है. इस घटनाक्रम के दौरान पुलिस ने राजमल के एक चालक को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया था. जिसको लेकर थाने के बाहर धरना प्रदर्शन तक किया गया. इसके बाद पहाड़ी थाने पर तैनात थाना प्रभारी राजेन्द्र शर्मा को अधिकारियों ने हटाकर भरतपुर बुला लिया था.