भरतपुर. जिले के कुम्हेर में बिजली कर्मचारी गुरुवार को दिन भर धरने पर रहे. कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनको दी गई चार्जशीट वापस नहीं ली जाएगी, उनका धरना जारी रहेगा.
जिले में लगातार बढ़ रहे बिजली घाटे को देखते हुए अब जयपुर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के अधिकारियों ने घाटे का ठीकरा टेक्निकल हेल्परों के सिर पर फोड़ना शुरू कर दिया है. जिले में 50 प्रतिशत से अधिक घाटे वाले क्षेत्रों के करीब 110 टेक्निकल हेल्पर को बिजली निगम के अधिकारियों ने कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं. जबकि, कुम्हेर के सहायक अभियंता ने तो 30 टेक्निकल हेल्पर को चार्जशीट तक थमा दी है. कर्मचारियों ने अपने अधिकारियों पर प्रताड़ित करने के आरोप भी लगाए हैं.
वहीं निगम के अधिकारियों का कहना है कि टेक्निकल हेल्पर बिजली चोरी रोकने और घाटे को कम करने के प्रयास नहीं कर रहे हैं. जिसकी वजह से जिले में घाटा बढ़ रहा है. वहीं कुम्हेर के सहायक अभियंता जितेश चौधरी का कहना है कि उन्होंने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर ही टेक्निकल हेल्पर को चार्जशीट देने की कार्रवाई की है. कुम्हेर में धरना प्रदर्शन कर रहे टेक्निकल हेल्परों के बारे में जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बिजली निगम के अधीक्षण अभियंता से पूरी रिपोर्ट मांगी है.
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गौरतलब है कि भरतपुर जिले में तीन अधीक्षण अभियंताओं के अंतर्गत 481 फीडर संचालित है. इनमें से डीग और कामां क्षेत्र में सर्वाधिक बिजली छीजत है. ऐसे में अब विभाग ने 50 प्रतिशत से अधिक छीजत वाले टेक्निकल हेल्परों को कारण बताओ नोटिस देना शुरू कर दिया है.