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कामां पंचायत समिति कार्यालय में बंदरों का आतंक

भरतपुर जिले के कामां पंचायत समिति कार्यालय में बंदरों का जबरदस्त आतंक है. सोमवार को भी कार्यालय में बंदर घुस आए. जहां महिला कर्मचारियों ने कार्यालय से भागकर अपनी जान बचाई. ऐसे में देर तक काम रुका रहा.

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कामां पंचायत समिति कार्यालय बंदरों का आतंक
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Published : Dec 16, 2019, 7:50 PM IST

कामां (भरतपुर). जिले के कामां क्षेत्र में काफी लंबे समय से देखने को मिल रहा है कि बंदरों के आतंक के चलते आमजन काफी परेशान है. बीते दिनों बंदरों द्वारा अनेकों लोगों को काट कर घायल कर दिया, साथ ही बंदर घरों से सामान, कपड़ा इत्यादि चीजों को ले जाते हैं, लेकिन अब तो बंदर हर दिन पंचायत समिति कार्यालय में अंदर घुसकर जबरदस्त आतंक मचाते हैं.

कामां पंचायत समिति कार्यालय बंदरों का आतंक

बता दें कि सोमवार को कामां पंचायत समिति में कार्यालय के अंदर 2 महिला कर्मचारी काम कर रही थी. अचानक ही एक साथ बंदरों के झुंड ने कार्यालय के अंदर घुस कर उत्पात मचाना शुरू कर दिया. जैसे तैसे दोनों महिला कर्मचारियों ने कार्यालय से भागकर अपनी जान बचाई. महिला कर्मचारियों को कार्यालय से भागते देख अन्य कर्मचारी और ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बंदरों को कार्यालय से बाहर निकाला. जिसके काफी देर बाद महिला कर्मचारियों ने कार्यालय में पहुंचकर काम शुरू किया.

पढ़ेंः भरतपुर के सबसे बड़े कुश्ती दंगल का समापन, गुर्ज पहलवान ने किया सबको चित

गौरतलब है कि कामां कस्बा में काफी दिनों से बंदरों का जबरदस्त आतंक देखने को मिल रहा है, लेकिन इस ओर स्थानीय प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है. बंदरों के झुंड आए दिन महिला बुजुर्ग बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं.

कामां (भरतपुर). जिले के कामां क्षेत्र में काफी लंबे समय से देखने को मिल रहा है कि बंदरों के आतंक के चलते आमजन काफी परेशान है. बीते दिनों बंदरों द्वारा अनेकों लोगों को काट कर घायल कर दिया, साथ ही बंदर घरों से सामान, कपड़ा इत्यादि चीजों को ले जाते हैं, लेकिन अब तो बंदर हर दिन पंचायत समिति कार्यालय में अंदर घुसकर जबरदस्त आतंक मचाते हैं.

कामां पंचायत समिति कार्यालय बंदरों का आतंक

बता दें कि सोमवार को कामां पंचायत समिति में कार्यालय के अंदर 2 महिला कर्मचारी काम कर रही थी. अचानक ही एक साथ बंदरों के झुंड ने कार्यालय के अंदर घुस कर उत्पात मचाना शुरू कर दिया. जैसे तैसे दोनों महिला कर्मचारियों ने कार्यालय से भागकर अपनी जान बचाई. महिला कर्मचारियों को कार्यालय से भागते देख अन्य कर्मचारी और ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बंदरों को कार्यालय से बाहर निकाला. जिसके काफी देर बाद महिला कर्मचारियों ने कार्यालय में पहुंचकर काम शुरू किया.

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गौरतलब है कि कामां कस्बा में काफी दिनों से बंदरों का जबरदस्त आतंक देखने को मिल रहा है, लेकिन इस ओर स्थानीय प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है. बंदरों के झुंड आए दिन महिला बुजुर्ग बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं.

Intro:कामां(भरतपुर).
कामां पंचायत समिति कार्यालय में बंदरों का जबरदस्त आतंक है। सोमवार को भी कार्यालय में बंदर घुस आए। जहां महिला कर्मचारियों ने कार्यालय से भागकर अपनी जान बचाई। ऐसे में देर तक काम रुका रहा। बाद में लोगों ने कार्यालय में पहुंचकर बंदरों को बाहर निकाला। तब जाकर महिला कर्मचारियों ने राहत की सांस ली और कामकाज शुरू किया।Body:कामां क्षेत्र में काफी लंबे समय से देखने को मिल रहा है कि बंदरों के आतंक के चलते आमजन काफी परेशान है. बीते दिनों बंदरों द्वारा अनेकों लोगों को काट कर घायल कर दिया. साथ ही बंदर घरों से सामान, कपड़ा इत्यादि चीजों को ले जाते हैं. लेकिन अब तो बंदर हर दिन पंचायत समिति कार्यालय में अंदर घुसकर जबरदस्त आतंक मचाते हैं.

सोमवार को ऐसा ही वाकया कामां पंचायत समिति में देखने को मिला जहां कार्यालय के अंदर 2 महिला कर्मचारी काम कर रही थी. अचानक ही एक साथ बंदरों के झुंड ने कार्यालय के अंदर घुस कर उत्पात मचाना शुरू कर दिया. जैसे तैसे दोनों महिला कर्मचारियों ने कार्यालय से भागकर अपनी जान बचाई. महिला कर्मचारियों को कार्यालय से भागते देख अन्य कर्मचारी व ग्रामीणों ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत बंदरों को कार्यालय से बाहर निकाला. जिसके काफी देर बाद महिला कर्मचारियों ने कार्यालय में पहुंचकर काम शुरू किया।Conclusion:गौरतलब है कि कामां कस्बा में काफी दिनों से बंदरों का जबरदस्त आतंक देखने को मिल रहा है. लेकिन इस ओर स्थानीय प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है. जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है. बंदरों के झुंड आए दिन महिला बुजुर्ग बच्चों पर हमला कर उन्हें घायल कर देते हैं .लेकिन स्थानीय प्रशासन द्वारा बंदरों को पकड़वाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा, जिसे लेकर लोगों में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ खासी नाराजगी बनी हुई है. वहीं लोगों ने बंदर पकड़वाए जाने की मांग की है।

बाइट- पुष्पा देवी, कर्मचारी पंचायत समिति कार्यालय कामां।
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