कामां (भरतपुर). जिले के कामां नगर पालिका की ओर से बुधवार को कामां कस्बा के कोसी चौराहे, नगर पालिका के पास और गोपीनाथ मोहल्ला में पीला पंजा चलाया गया. इस कार्रवाई के दौरान भारी तादाद में पुलिस बल और एसडीएम पहाड़ी, डीएसपी प्रदीप यादव सहित तहसीलदार मौजूद रहे.
तहसीलदार चतरूमल मीणा ने बताया कि कामां कस्बा के कोसी चौराहे पर अवैध रूप से निर्मित दुकानों को हटाने के लिए नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी श्याम बिहारी गोयल ने अवगत कराया था. जिसके बाद उपखंड अधिकारी के निर्देशन में मौके पर मजिस्ट्रेट नियुक्त किया गया था. जहां मौके पर नगरपालिका कामां का अतिक्रमण हटाओ दस्ता जेसीबी के साथ मौजूद था.
वहीं पुलिस जाब्ते के साथ लेकर शांति व्यवस्था बनाए रखते हुए कोसी चौराहे से करीब 31 दुकानों को ध्वस्त किया गया. जिसके बाद नगर पालिका कार्यालय स्थित पूर्व पार्षद दिलीप अरोड़ा की दुकानों के आगे बनी चबूतरा को जेसीबी से ध्वस्त किया गया. जिसके बाद कामां कस्बा के गोपीनाथ मोहल्ला स्थित समाजसेवी विजय मिश्रा के मुख्य द्वार को भी जेसीबी की सहायता से ध्वस्त किया गया.
कार्रवाई के दौरान पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल ने गलत तरीके से कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस ने उनके साथ गलत व्यवहार करते हुए धक्का-मुक्की की है और गलत तरीके से दुकानों को ध्वस्त किया गया है. नगरपालिका कामा के अधिशासी अधिकारी श्याम बिहारी गोयल ने बताया कि कस्बा के कोसी चौराहे स्थित अवैध रूप से निर्मित हो रही दुकानों को नियम और कानून के अनुसार ही कार्रवाई की गई है. जो आरोप लगाए जा रहे हैं वह बे बुनियादी हैं कोई द्वेष भावना से कार्रवाई नहीं की गई है.
कहां-कहां क्या-क्या हुई कार्रवाई
कामां कस्बा के कोसी चौराहे स्थित रिलायंस पेट्रोल पंप के सामन पूर्व मंत्री मदन मोहन के पुत्र मनोज सिंघल की निर्माणाधीन 12 दुकानों को ध्वस्त किया गया. उसी प्रकार सुनील यादव की 9 दुकानों को ध्वस्त किया गया. राजेश कुमार की दो दुकान सहित आठ दुकान किरोड़ी सैनी सहित अन्य की धराशाई की गई. इसी प्रकार कस्बा के नगर पालिका स्थित पूर्व पार्षद दिलीप अरोड़ा के दुकान और घर के आगे बने चबूतरे को हटाया गया जिसके उपरांत गोपीनाथ मोहल्ला स्थित समाजसेवी विजय मिश्रा के गेट को ध्वस्त किया गया.
पूर्व मंत्री ने लगाए बदसलूकी करने के आरोप
कोसी चौराहे पर बनी पूर्व मंत्री मदन मोहन सिंघल के बेटे की 12 दुकानों मैं तोड़फोड़ की गई. कार्रवाई को गलत बताते हुए पूर्व मंत्री ने विरोध जताया तो पालिका दस्ते और पुलिस जाब्ते ने उनके साथ गाली गलौज और धक्का-मुक्की कर अभद्र व्यवहार किया जाने का आरोप भी लगाया गया है.