कामां (भरतपुर). कामां पंचायत समिति की जमीन ईदगाह के नाम पर दर्ज हो गई है. जिसको लेकर अब राजनीति शुरू हो गई है. भाजपा की तरफ से स्थानीय जनप्रतिनिधियों पर आरोप लगाए जा रहे हैं. जिसके बाद विधायक जाहिदा खान ने भी भाजपा नेताओं पर बिना जानकारी के मामले को धार्मिक रूप देने का आरोप लगाया.
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कामां विधायक जाहिदा खान ने कहा कि कामां हिंदू-मुस्लिम भाईचारे का प्रतीक है. यहां सभी समुदाय के लोग आपसी भाईचारे के साथ मिलजुल कर रहते हैं. लेकिन यह बात भाजपा नेताओं को रास नहीं आ रही. क्योंकि भाजपा नेताओं की राजनीतिक जमीन खिसकती नजर आ रही है. जिसकी वजह से वह क्षेत्र का माहौल खराब कर अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. छोटी-मोटी बातों को बेवजह धार्मिक रूप देने का प्रयास किया जा रहा है. जबकि इन नेताओं को वास्तविकता की जानकारी करने के बाद कुछ बोलना चाहिए.
जाहिदा खान ने कहा कि पंचायत समिति की जमीन की जो किस्म परिवर्तन का मामला बता रहे हैं वह सिर्फ टेक्निकल समस्या की वजह से अंकित हुआ है. उसकी प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जांच की जा रही है. जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा. लेकिन बेवजह बयानबाजी कर भाजपा को माहौल खराब नहीं करना चाहिए. भाजपा वाले हर मुद्दे को गोपालगढ़ कांड से जोड़ते हैं. जिससे लोग आक्रोशित हो जाएं. लेकिन शायद यह लोग भूल गए हैं कि अब गोपालगढ़ कांड जैसी की कोई पुनरावृति नहीं होने दी जाएगी. जनता समझ चुकी है कि भाजपा नेता धर्म के नाम पर लोगों को आपस में लड़ाना चाहते हैं.