भरतपुर. राजस्थान में फंसे बिहार के सैकड़ों मजदूरों को जब घर जाने के लिए कोई साधन नहीं मिला तो इन मजदूरों ने साइकल के जरिये ही बिहार जाने का फैसला ले लिए. बता दें कि अब वे दिन रात साइकिल चलाते हुए बिहार जा रहे हैं.
जब इन मजदूरों से बात की गयी तो उनमें नीतीश सरकार के खिलाफ गुस्सा था. उनका कहना था कि उनकी सरकार उनके राज्य के फंसे लोगों को बिहार लाने के लिए कोई बंदोबस्त नहीं कर सकी है, इसलिए लॉकडाउन में बिहार राज्य के फंसे सभी मजदूरों को बेहद पीड़ा का सामना करना पड़ रहा है.
लॉकडाउन के दौरान राजस्थान में फंसे बिहार के ये सैकड़ों मजदूर साइकिलों से जोधपुर, अजमेर से उत्तर प्रदेश होते हुए बिहार जा रहे हैं. उनका कहना है कि बिहार जाने के लिए उन्होंने अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, मगर फिर भी जब उनको बस व ट्रेनों से नहीं ले जाया गया तो उन्होंने साइकल से अपने बिहार जाने का फैसला लिया.
मजदूरों ने अपना दुख बताते हुए कहा कि हम लोग गरीब हैं, इसलिए ना तो बिहार की सरकार ने हमारे लिए कुछ सोचा और ना ही यहां की सरकार हमें भेजने के लिए कोई इंतजाम कर रही है. वहीं जो लोग अमीर हैं उनको ले जाने के लिए सरकार ने बस, ट्रेन की व्यवस्था कर दी है. एक ही देश में दो कानून चल रहे हैं और गरीब मजदूरों की सुनने वाला कोई नहीं है.