हनुमानगढ़: जिला मुख्यालय व आसपास के क्षेत्रों मे एक अनजान वायरस के संक्रमण से तीन बच्चों की मौत हो चुकी है. संपत नगर गांव में सगे भाई-बहन की मौत हो गई. वहीं, सुरेशिया इलाके में एक बच्चे ने अपनी जान गंवा दी है. जबकि एक छोटी बच्ची जिंदगी और मौत से बीकानेर के अस्पताल में जूझ रही है. सबसे गंभीर बात यह है कि दो बच्चों को जब जिला अस्पताल ले जाया गया तो उनके फेफड़े इस तरह जकड़े हुए थे और ऑक्सीजन की कमी इतनी थी कि चिकित्सक भी हैरान-परेशान हो गए. इधर अचानक से जिला अस्पताल व स्वास्थ्य केंद्रों और निजी अस्पतालों में बच्चों की ओपीडी में बड़ा इजाफा हो गया है, जिसमें खांसी, बुखार, जुकाम आदि से ग्रसित बच्चे अधिक आ रहे हैं.
इस मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख नवनीत शर्मा ने चिंता जताई और गंभीरता को देखते हुए तुरंत संबंधित मरीजों के आसपास रहने वाले लोगों के कुल 17 सैंपल लिए. उन्होंने कहा कि स्थिति गंभीर है, जिसे लेकर राज्य स्तर पर अवगत करवाया गया है. उन्होंने कहा कि आमजन से अपील है कि जुकाम, खांसी, ठंड, जकड़न, शरीर में दर्द और ऑक्सीजन की कमी जैसे लक्षण दिखे तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएं. घर या आसपास में कोई बुखार से ग्रसित हो तो 01552-261190 या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर सूचना अवश्य दें.
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अभी तक के आंकड़े : 7 दिन में 3 मौतें हो चुकी हैं. जंक्शन के राजकीय अस्पताल में 150 से 200 बीमार बच्चों की OPD है और जिला अस्पताल में करीब 300 से 350 की OPD है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभी तक कुल 17 सैंपल लेकर जयपुर SMS अस्पताल भेजा गया है. रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है और टीमें गठित कर सर्वें करवाए जा रहे हैं. प्रथम दृष्टया इन्फ्लूएंजा बी वायरस के संक्रमण की बात सामने आ रही है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने आशंका जताई है कि कोई अन्य गंभीर वायरस भी हो सकता है. गुरुवार शाम तक स्थिति साफ हो सकती है.