भरतपुर. लोहागढ़ किले के चारों तरफ स्थित ऐतिहासिक सुजान गंगा नहर जिसकी सफाई और सौंदर्यता के लिए सरकार करोड़ों रुपए खर्च कर चुकी है. लेकिन आज इस नहर को निजी ठेकेदार सेप्टिक टैंक बनाने में लगे हुए है. यहां निजी मलवाहन ठेकेदार घरों के सेप्टिक टैंकों को खाली कर मल को इस नहर में टैंकरों द्वारा डाल रहे हैं, जिससे इस ऐतिहासिक सुजान गंगा नहर का अस्तित्व खतरे में है.
विगत देर रात को मलवाहन टैंकर मल को इस नहर में खाली कर रहा था. तभी वहां से गुजर रहे कुछ लोगों ने उसको पकड़ लिया और नगर निगम को सूचित कर दिया. उसके बाद नगर निगम का इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचा और सेप्टिक टैंकर को जब्त कर जांच शुरू कर दी है.
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गौरलतब है की ऐतिहासिक लोहागढ़ किला जिसे कभी कोई फ़तेह नहीं कर सका. उसके चारों तरफ सुरक्षा के लिए सुजान गंगा नहर का निर्माण कराया गया था, जिसके पानी को लोग पीने और नहाने के काम में लेते थे. आज कुछ निजी मलवाहन ठेकेदारों ने नहर को एक सेप्टिक नहर के रूप में बनाने का प्रयास कर रहे हैं. जो की पुरातत्व विभाग की संपत्ति है. यदि इस नहर में मल को डाला गया तो नहर का पानी जहर बन जायेगा. उसकी दुर्गन्ध शहरवासियों का जीना मुश्किल कर देगी. जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ सकता है. इस मामले को लेकर नगर निगम के अधिकारी भी सतर्क हो गए है. साथ ही सेप्टिक टैंक खाली करने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है.