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गहलोत सरकार के मंत्री 12 माह में तैयार नहीं करवा पाए 2 किलोमीटर लंबी रोड...

भरतपुर शहर की व्यस्ततम रोड हीरादास से सेवर रोड (Hiradas to Sever Road) इतनी खराब है कि लोगों को पैदल चलना मुश्किल है. टेंडर जारी होने के 12 महीने बाद भी रोड का काम नहीं हो पाया. जिससे आए दिन हजारों वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. पढ़ें पूरी खबर...

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Published : Oct 24, 2022, 4:01 PM IST

Hiradas to Sever Road
हीरादास से सेवर रोड

भरतपुर. शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं. मंत्री अशोक गहलोत के एक मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र की सड़कों की हालत दुरुस्त नहीं करा पा रहे. शहर के व्यस्ततम रोड हीरादास से सेवर रोड (Hiradas to Sever Road) इतनी खराब है कि सड़क पर लोगों का पैदल चलना मुश्किल है. इस सड़क का निर्माण 4.50 करोड़ में सितंबर 2022 तक पूरा हो जाना था. लेकिन 10 माह गुजरने के बावजूद 2 किलोमीटर लंबे रोड में से एक तरफ के सिर्फ 600 मीटर रोड का ही निर्माण हो सका है.

ताज्जुब की बात यह है कि यह सड़क मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के विधानसभा क्षेत्र की है. बावजूद इसके, निर्धारित समय में सड़क निर्माण का कार्य पूरा नहीं सका है. अब यूआईटी इस सड़क के निर्माण के लिए री टेंडर करने की तैयारी में है. स्थानीय निवासी राजवीर सिंह ने बताया कि शहर के हीरादास चौराहा से सरसों अनुसंधान केंद्र की ओर जाने वाली सेवर रोड बीते 5 साल से क्षतिग्रस्त है. यहां आए दिन होने वाले हादसों से तंग आकर लोगों ने सड़क निर्माण कराए जाने की मांग को लेकर कई बार चक्का जाम, धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए. लेकिन ठेकेदार ने कुछ दूरी तक सड़क निर्माण कराया और उसके बाद काम बंद कर दिया. उन्होंने बताया कि सड़क खराब होने से यहां हर दिन हादसे होते हैं, साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों को भी परेशानी होती है.

पढ़ें: देवस्थान विभाग की जमीन पर पूर्व पार्षद का कब्जा, अब राज्यमंत्री ने वहीं किया पार्क का उद्घाटन

सितंबर 2022 तक होना था पूरा : नगर विकास न्यास ने सेवर रोड निर्माण के लिए टेंडर निकाल कर सितंबर 2021 में मैसर्स योगेश चौधरी को वर्क ऑर्डर जारी किया. ठेकेदार को हीरादास चौराहा से सरसों अनुसंधान केंद्र तक 2 किमी लंबाई में डिवाइडर के दोनों ओर 3.5 मीटर चौड़ाई में सीसी रोड का निर्माण करना था. एक साल की अवधि में सितंबर 2022 तक इस सड़क का कार्य पूर्ण किया जाना था. ठेकेदार ने सड़क निर्माण के लिए काम भी शुरू कर दिया. 8 माह पहले हीरादास से सरसों अनुसंधान केंद्र तक एक तरफ की सड़क की खुदाई करा दी ताकि नई सड़क बनाई जा सके.

सरसों अनुसंधान केंद्र से गांधी नगर तक 600 मीटर एक साइड में सीसी सड़क निर्माण भी करा दिया. लेकिन उसके बाद उसने निर्माण कार्य बंद कर दिया. तभी से इस रोड पर एक तरफा यातायात हो रहा है. जिस तरफ ठेकेदार ने खुदाई की उस साइड की सड़क पर यातायात पूरी तरह बंद पड़ा है. जिसकी वजह से हर दिन हजारों वाहन चालक और पैदल निकलने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं.

आवागमन का मुख्य मार्ग: स्थानीय निवासी संजय कुंतल ने बताया कि सेवर रोड शहर के हीरादास बस स्टैंड को जयपुर आगरा हाईवे से जोड़ता है. शहर के बस स्टैंड से जयपुर की तरफ आवागमन करने वाले सभी वाहनों को इसी रोड से गुजरना पड़ता है. साथ ही इस सड़क मार्ग से इंदिरा नगर, जसवंत नगर, विजय नगर, गांधी नगर, गणेश नगर, स्टेडियम नगर, झीलरा, मालीपुरा, अनाह, लोहागढ़ स्टेडियम एवं सेवर कस्बा के लोगों को रोजाना आवागम करते समय गड्‌ढों से हाेकर गुजरना पड़ता है. हर दिन 10 हजार से अधिक वाहन इस सड़क से आवागमन करते हैं. ऐसे में खुदी हुई सड़क की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं.

पढ़ें: महिला की मौत के बाद मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर सड़क ढूंढने निकले भाजपा कार्यकर्ता, सरकार पर लगाए कई आरोप

कम रेट में टेंडर लिया, फिर काम छोड़ा: जानकारी के अनुसार यूआईटी ने सेवर रोड निर्माण का तक मीना तैयार करते समय इसकी लागत करीब 7.5 करोड़ रुपए बताई थी. लेकिन ठेकेदार ने 39 प्रतिशत कम रेट में महज 4.5 करोड़ रुपए में काम पूरा करने का ठेका ले लिया. लेकिन अब ठेकेदार ने काम बीच में छोड़ दिया.

री टेंडर होगा जारी: यूआईटी एक्सईएन दुर्गा प्रसाद शर्मा ने बताया कि 2 किमी की सीसी सड़क निर्माण का सितंबर-2021 में मैसर्स योगेश चौधरी को 4.50 करोड़ का वर्क ऑर्डर किया था. लेकिन उसने सिर्फ एक तरफ 600 मीटर सीसी निर्माण कर काम बंद कर दिया. ठेकेदार को अब तक 9 नोटिस और 5 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई जा चुकी है.

भरतपुर. शहर की सड़कें खस्ताहाल हैं. मंत्री अशोक गहलोत के एक मंत्री अपने विधानसभा क्षेत्र की सड़कों की हालत दुरुस्त नहीं करा पा रहे. शहर के व्यस्ततम रोड हीरादास से सेवर रोड (Hiradas to Sever Road) इतनी खराब है कि सड़क पर लोगों का पैदल चलना मुश्किल है. इस सड़क का निर्माण 4.50 करोड़ में सितंबर 2022 तक पूरा हो जाना था. लेकिन 10 माह गुजरने के बावजूद 2 किलोमीटर लंबे रोड में से एक तरफ के सिर्फ 600 मीटर रोड का ही निर्माण हो सका है.

ताज्जुब की बात यह है कि यह सड़क मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के राज्य मंत्री सुभाष गर्ग के विधानसभा क्षेत्र की है. बावजूद इसके, निर्धारित समय में सड़क निर्माण का कार्य पूरा नहीं सका है. अब यूआईटी इस सड़क के निर्माण के लिए री टेंडर करने की तैयारी में है. स्थानीय निवासी राजवीर सिंह ने बताया कि शहर के हीरादास चौराहा से सरसों अनुसंधान केंद्र की ओर जाने वाली सेवर रोड बीते 5 साल से क्षतिग्रस्त है. यहां आए दिन होने वाले हादसों से तंग आकर लोगों ने सड़क निर्माण कराए जाने की मांग को लेकर कई बार चक्का जाम, धरना, प्रदर्शन और आंदोलन किए. लेकिन ठेकेदार ने कुछ दूरी तक सड़क निर्माण कराया और उसके बाद काम बंद कर दिया. उन्होंने बताया कि सड़क खराब होने से यहां हर दिन हादसे होते हैं, साथ ही स्कूल जाने वाले बच्चों को भी परेशानी होती है.

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सितंबर 2022 तक होना था पूरा : नगर विकास न्यास ने सेवर रोड निर्माण के लिए टेंडर निकाल कर सितंबर 2021 में मैसर्स योगेश चौधरी को वर्क ऑर्डर जारी किया. ठेकेदार को हीरादास चौराहा से सरसों अनुसंधान केंद्र तक 2 किमी लंबाई में डिवाइडर के दोनों ओर 3.5 मीटर चौड़ाई में सीसी रोड का निर्माण करना था. एक साल की अवधि में सितंबर 2022 तक इस सड़क का कार्य पूर्ण किया जाना था. ठेकेदार ने सड़क निर्माण के लिए काम भी शुरू कर दिया. 8 माह पहले हीरादास से सरसों अनुसंधान केंद्र तक एक तरफ की सड़क की खुदाई करा दी ताकि नई सड़क बनाई जा सके.

सरसों अनुसंधान केंद्र से गांधी नगर तक 600 मीटर एक साइड में सीसी सड़क निर्माण भी करा दिया. लेकिन उसके बाद उसने निर्माण कार्य बंद कर दिया. तभी से इस रोड पर एक तरफा यातायात हो रहा है. जिस तरफ ठेकेदार ने खुदाई की उस साइड की सड़क पर यातायात पूरी तरह बंद पड़ा है. जिसकी वजह से हर दिन हजारों वाहन चालक और पैदल निकलने वाले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है और दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं.

आवागमन का मुख्य मार्ग: स्थानीय निवासी संजय कुंतल ने बताया कि सेवर रोड शहर के हीरादास बस स्टैंड को जयपुर आगरा हाईवे से जोड़ता है. शहर के बस स्टैंड से जयपुर की तरफ आवागमन करने वाले सभी वाहनों को इसी रोड से गुजरना पड़ता है. साथ ही इस सड़क मार्ग से इंदिरा नगर, जसवंत नगर, विजय नगर, गांधी नगर, गणेश नगर, स्टेडियम नगर, झीलरा, मालीपुरा, अनाह, लोहागढ़ स्टेडियम एवं सेवर कस्बा के लोगों को रोजाना आवागम करते समय गड्‌ढों से हाेकर गुजरना पड़ता है. हर दिन 10 हजार से अधिक वाहन इस सड़क से आवागमन करते हैं. ऐसे में खुदी हुई सड़क की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं भी होती रहती हैं.

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कम रेट में टेंडर लिया, फिर काम छोड़ा: जानकारी के अनुसार यूआईटी ने सेवर रोड निर्माण का तक मीना तैयार करते समय इसकी लागत करीब 7.5 करोड़ रुपए बताई थी. लेकिन ठेकेदार ने 39 प्रतिशत कम रेट में महज 4.5 करोड़ रुपए में काम पूरा करने का ठेका ले लिया. लेकिन अब ठेकेदार ने काम बीच में छोड़ दिया.

री टेंडर होगा जारी: यूआईटी एक्सईएन दुर्गा प्रसाद शर्मा ने बताया कि 2 किमी की सीसी सड़क निर्माण का सितंबर-2021 में मैसर्स योगेश चौधरी को 4.50 करोड़ का वर्क ऑर्डर किया था. लेकिन उसने सिर्फ एक तरफ 600 मीटर सीसी निर्माण कर काम बंद कर दिया. ठेकेदार को अब तक 9 नोटिस और 5 लाख रुपए की पैनल्टी लगाई जा चुकी है.

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