भरतपुर. कहते है की नशा, नाश की जड़ होता है और ऐसा ही एक वाक्यांश राजस्थान के भरतपुर में घटित हुआ. जहां एक 28 साल के युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवनलीला उस समय समाप्त कर ली जब परिजनों ने उसको शराब पीने के लिए रूपये देने से इंकार कर दिया.
दरअसल, मामला चिकसाना थाना क्षेत्र के गांव चिचाना का है. जहां भरत जाटव पिछले दिन शाम को शराब पीने के लिए रूपये की मांग को लेकर अपने परिजनों से झगड़ा किया. लेकिन जब परिजनों ने उसको शराब के लिए रूपये नहीं दिए तो उसने अपने कुछ दोस्तों से उधार रूपये लिए और उससे दो बोतल शराब ले आया. जहाम उसने खूब शराब पी और घर वालों से झगड़ा भी किया. बाद में सुबह परिजनों ने देखा की वह झोपड़ी में फांसी के फंदे पर लटका हुआ पड़ा है. जिस पर परिजन और ग्रामीण उसको लेकर जिला आरबीएम अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं, सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी में रखवाया दिया. जहां मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा.
पुलिस के अनुसार मृतक के पिता विजय जाटव ने पुलिस को तहरीर दी है की उसका पुत्र भरत जाटव शराब पीने का आदि था और शुक्रवार शाम को उसने शराब पीने के लिए रूपये मांगे लेकिन, जब परिजनों ने रूपये देने से इंकार कर दिया तो उसने खूब झगड़ा भी किया, बाद में अपने दोस्तों से उधार रूपये लेकर शराब लेकर आया और उसका सेवन किया. जिसके बाद सुबह वह फांसी के फंदे पर लटका हुआ मिला. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.