कामां (भरतपुर). कामां मेवात क्षेत्र में लगातार मिल रही गौ तस्करी की सूचना पर भरतपुर पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी के निर्देश दिए हैं. जिसके बाद मेवात क्षेत्र की पुलिस बेहद गंभीर नजर आ रही है. कामां के गोपालगढ़ थाना पुलिस ने गौ-तस्करों के चंगुल से 10 गौवंश मुक्त कराकर गाड़ी को जब्त करने में सफलता हासिल की है. लेकिन गौ तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल रहे. जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात गौ तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है.
गोपालगढ़ थाना अधिकारी रामनरेश मीणा ने बताया, कि गोपालगढ़ थाना पुलिस गश्त करती हुई कस्बा गोपालगढ़ से पापड़ा गांव पहुंची. जहां सूचना मिली, कि कुछ व्यक्ति एक पिकअप गाड़ी में गाय भरकर सीकरी की तरफ से आ रहे हैं. सूचना पर पुलिस जाप्ता ने पापड़ा और चिनावड़ा सड़क के तिराहे पर नाकाबंदी की.
पापड़ा गांव की तरफ से तेज रफ्तार से आती एक पिकअप को पुलिस टीम ने टॉर्च से रूकने का इशारा दिया. इस पर गाड़ी के चालक ने नाकाबंदी तोड़कर तेज गति से वाहन भगा लिया. पुलिस जाप्ते ने गाड़ी का पीछा किया तो गौ-तस्कर पिकअप को ठोकड़ाका बास गांव में सड़क के पास पानी से भरे रास्ते में छोड़कर भाग निकले.
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बता दें, कि पुलिस ने जब पिकअप की तलाशी ली. उसमे 10 गौवंश भरे हुए थे. जिनके पैर और मुंह पर रस्सी बंधी हुई थी. पिकअप के अंदर कुल 10 गौवंशों में से 6 गाय जीवित, 1 मृत गाय और 3 बैल जीवित मिले. जीवित गौवंश को कृष्णा गौशाला कामां पहुंचा दिया गया है. वहीं एक मृत गौवंश का पोस्टमार्टम कराकर पशु चिकित्सक की मौजूदगी में गौशाला के पास ही जंगल में अंतिम संस्कार करा दिया गया. साथ ही पिकअप को जब्त कर अज्ञात गौ तस्करों पर FIR दर्ज की गई है.