भरतपुर. जिले के रूपवास थाना क्षेत्र निवासी एक विवाहिता के साथ तीन लोगों ने बेटी की विवाह के लिए लोन दिलाने के नाम पर सामूहिक दुष्कर्म किया. पीड़िता ने तीनों नामजद आरोपियों के खिलाफ थाने में 1 साल पहले मामला भी दर्ज करा दिया. लेकिन अभी तक आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई. पीड़िता का आरोप है कि उस पर राजीनामा का दबाव भी बनाया जा रहा है. आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पीड़िता दोबारा कलेक्ट्रेट के बाहर धरने पर बैठ गई है. साथ ही चेतावनी दी है कि 5 दिन में आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो वो आत्महत्या कर लेगी.
यह थी घटना : कलेक्ट्रेट के सामने धरने पर बैठे पीड़िता ने बताया कि मई 2022 को उसकी बेटी की शादी होनी थी. बेटी की शादी के लिए लोन लेने के लिए कस्बा निवासी मक्खन और नवनीत डागुर के कार्यालय गई. जहां से आरोपी उसे नवनीत डागुर के घर ले गए और डरा धमका कर आरोपियों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. उसके बाद भी पीड़िता को डरा धमका कर कई बार दुष्कर्म किया. इतना ही नहीं पीड़िता के घर के बाहर एक व्यक्ति को अवैध हथियार के साथ बैठा दिया और बच्चों के अपहरण की धमकी देने लगा. पीड़िता ने इस संबंध में मक्खन और नवनीत डागुर समेत तीन के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
आरोपियों की अब तक गिरफ्तारी नहीं : धरना पर बैठी पीड़िता का आरोप है कि आरोपी उंची पहुंच वाले लोग हैं. जिसकी वजह से घटना में मुकदमा दर्ज होने के एक साल बाद भी तीनों आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं. अभी तक किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है. पीड़िता का आरोप है कि आरोपी बार बार राजीनामा के लिए उस पर दबाव बना रहे हैं.
दूसरी बार धरने पर बैठी पीड़िता : पीड़िता ने बताया कि वो आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर 17 मई 2023 को भी कलेक्टर कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी थी. लेकिन तत्कालीन अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने 15 दिन में न्याय दिलाने का आश्वासन देकर उसे धरने से उठा दिया था. जब पीड़िता को न्याय नहीं मिला तो मंगलवार को पीड़िता फिर से धरने पर बैठ गई. पीड़िता ने अब चेतावनी दी है कि यदि 5 दिन में आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वो आत्महत्या कर लेगी.