डीग (भरतपुर). डीग नगर पालिका में पालिकाध्यक्ष के तीखे तेवर देखने को मिले. नगर पालिका को नेहरू पार्क में ले जाने का विरोध करते हुए इतना तक कह दिया कि अब जो भी विकास होगा, वो मुख्य बाजार स्थित पुराने कार्यालय भवन में होगा, ये उनकी इच्छा नहीं बल्कि बाजार के लोगों की इच्छा है. पालिकाध्यक्ष के कार्यालय स्थानांतरण के विरोध में जंहा कुछ पार्षदों ने पालिकाध्यक्ष के साथ सहमति जताई, वहीं कुछ पार्षदों में इसको लेकर नाराजगी रही.
नगर पालिकाध्यक्ष निरंजन टकसालिया की अध्यक्षता में बुधवार मेला मैदान स्थित कार्यालय परिसर में आयोजित हुई. बैठक में पूर्व नियोजित शहर सौंदर्यीकरण, सफाई-बिजली व्यवस्था सहित भूमि बेचान के मुद्दों के साथ पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों की समस्याओं को लेकर अपनी बात कही. बैठक में किसी बात को लेकर पार्षद जगदीश यादव ने मौजूद पार्षदों को शालीनता के साथ अपनी समस्या रखने की बात की. उन्होंने कहा कि ऐसा नगर पालिका में पहले कभी नहीं देखा. पार्षद अपनी बात रखें, लेकिन तरीके से. इस पर पालिकाध्यक्ष ने कहा कि अभी नए पार्षद बने हैं ये, अभी सीख रहे हैं. बैठक में पार्षदों ने वार्डों में सुनिश्चित सफाई सहित समुचित रोशनी की उपलब्धता के साथ कहा कि उनके वार्डों में विकास कार्य उनकी सहमति के अनुरूप ही कराए जाएं. साथ ही वार्डों में ड्रेनेज सिस्टम, सफाईकर्मियों की संख्या बढ़ाने, वार्डों का सौंदर्यीकरण किए जाने की बात कही. बैठक में नगर पालिका उपाध्यक्ष मनोहर लाल शर्मा, अधिशाषी अधिकारी मनीष शर्मा सहित पार्षदगण और कर्मचारी मौजूद रहे.
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बैठक में एईएन गजेन्द्र सिंह का जमकर विरोध
बैठक में नगर पालिका विकास कार्यों की माॅनिटरिंग के लिए नगर निगम भरतपुर के सहायक अभियंता गजेन्द्र कुमार जाटव को डीग का अतिरिक्त कार्यभार दिए जाने का पार्षदों ने जमकर विरोध किया. पार्षदों ने आरोप लगाया कि गजेन्द्र कुमार जाटव पूर्व में डीग नगर पालिका में कनिष्ठ अभियंता पद के साथ पालिका के अधिशाषी अधिकारी रहे हैं. उनके समय कराए गए विकास कार्यों में जमकर धाधलेबाजी के साथ खुलकर भ्रष्टाचार देखने को मिला. तत्कालीन कार्यों की जांच आज भी जारी है. बावजूद जांच के दौरान ऐसे किसी भी अधिकारी को नगर पालिका में न लगाया जाए.
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मूकदर्शक बनीं महिला पार्षद, बोले उनके परिजन
नगर पालिका बैठक में पहली बार ऐसा देखने को मिला जब बैठक में महिला पार्षदों के साथ उनके परिजन प्रतिनिधि के रूप में अंत समय तक बैठक में मौजूद रहे. बकायदा उनके बैठने की व्यवस्था भी नगर पालिका की ओर से की गई. वार्डों की समस्या हो या अन्य कोई मुद्दा. समस्याओं पर पार्षद बनीं महिला तो बोल न सकीं. उनके परिजन अपनी समस्याओं को रखते देखे गए. पार्षद मालती देवी ने मेला मैदान के सौंदर्यीकरण का मुद्दा उठाया.