भरतपुर. राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से आयोजित वनरक्षक सीधी भर्ती 2020 के तहत गुरुवार को केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में दौड़ आयोजित की गई. 25 किलोमीटर की दौड़ में भाग ले रहे पूर्व सैनिक की तबीयत खराब हो गई और वो गिर पड़ा. उद्यान कर्मचारी एंबुलेंस में पूर्व सैनिक को लेकर अस्पताल निकले लेकिन रास्ते में एंबुलेंस खराब हो गई. बाद में एक अन्य वाहन से पूर्व सैनिक को करीब डेढ़ घंटे बाद अस्पताल पहुंचाया जा सका. गुरुवार देर रात को पूर्व सैनिक ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया. शुक्रवार को मृतक पूर्व सैनिक का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया. परिजनों ने प्रशासन पर उपचार में देरी का आरोप लगाया है.
मृतक के बेटे अभिषेक डागुर ने बताया कि गुरुवार को उसके पिता रूप सिंह (48) निवासी नेवाडा वनरक्षक भर्ती में भाग ले रहे थे. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में उस सामान्य अभ्यर्थियों के साथ 25 किलोमीटर की दौड़ में शामिल किए गए थे. जबकि पूर्व सैनिक के लिए दौड़ में छूट के प्रावधान दिए गए हैं, लेकिन उन्हें वो छूट नहीं दी गई.
रूप सिंह सामान अभ्यर्थियों के साथ 25 किलोमीटर की दौड़ कर रहे थे और उसी दौरान गुरुवार सुबह करीब 11:10 बजे उनकी तबीयत खराब हो गई और वो गिर पड़े. कर्मचारी उन्हें एंबुलेंस में लेकर अस्पताल के लिए रवाना हुए लेकिन रास्ते में एंबुलेंस खराब हो गई. बाद में एक अन्य वाहन से पूर्व सैनिक को लेकर दोपहर 12:50 बजे आरबीएम जिला अस्पताल पहुंचे. ऐसे में 1:40 घंटे बाद इलाज शुरू हो पाया. उपचार के दौरान पूर्व सैनिक रूप सिंह की गुरुवार देर रात को मौत हो गई.
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सेवर थाना के एएसआई विजय कुमार ने बताया कि मृतक पूर्व सैनिक रूप सिंह का शुक्रवार को पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया. परिजनों ने थाने में लिखित शिकायत दी है, जिसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी.