भरतपुर. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान (Keoladeo National Park) में जल्द ही पर्यटकों को ई-रिक्शा से घूमने की सुविधा (E-Rickshaw Facility for Tourist) मिल सकेगी. इससे जहां पर्यटक कम समय में घूमने का आनंद ले सकेंगे. वहीं, अब रिक्शाचालकों को कम मेहनत करने पड़ेगी. इसके लिए उद्यान प्रशासन ने पूरा प्रपोजल तैयार कर जयपुर मुख्यालय को भेज दिया है. अब ई रिक्शा चलाने के लिए सिर्फ मुख्यालय की मुहर का इंतजार है.
डीएफओ नाहर सिंह ने बताया कि फिलहाल उद्यान में 123 रिक्शा संचालित हैं. सभी रिक्शा मानव संचालित हैं यानी दो पर्यटकों को बैठकर उद्यान घुमाने में काफी श्रम करना पड़ता है. ऐसे में अब उद्यान में संभवतः इसी सीजन में ई-रिक्शा संचालित कराने का प्रयास है.
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जयपुर मुख्यालय को उद्यान के लिए 123 ई-रिक्शा का प्रपोजल तैयार कर भेज दिया गया है. इसके तहत प्रत्येक ई-रिक्शा में दो पर्यटकों को बैठाने की अनुमति होगी. प्रति पर्यटक तीन घंटे का 300 रुपए शुल्क लिया जाएगा. अगर कोई पर्यटक तीन घंटे से अधिक समय घूमता है तो 200 रुपए प्रति घंटे प्रति पर्यटक अतिरिक्त शुल्क लगेगा. ट्रायल के लिए उद्यान में एक ई रिक्शा संचालित है.
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नाहर सिंह ने बताया कि उद्यान (Keoladeo National Park) में ई-रिक्शा संचालन शुरू होते ही मैनुअल रिक्शा पूरी तरह से बंद कर दिए जाएंगे. हालांकि, पीक सीजन में जरूरत पड़ने पर मैनुअल रिक्शा की मदद ली जाएगी. फिलहाल, प्रपोजल पर मुख्यालय की अनुमति का इंतजार है. गौरतलब है कि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में सर्दियों के मौसम में करीब 380 प्रजाति के हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी प्रवास करते हैं. इस दौरान देश-विदेश से हजारों पर्यटक यहां पहुंचते हैं.