डीग (भरतपुर). देश के विभिन्न भागों में गए तबलीगी जमात के लोगों की तलाश के लिए अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्रम में राजस्थान में भी तबलीगी जमात के लोगों की तलाश के लिए व्यापक तलाशी अभियान चलाया गया. जिसके चलते उप जिला मजिस्ट्रेट सुमन देवी के नेतृत्व में डीग मेवात क्षेत्र के लगभग 12 से अधिक ग्रामीण इलाकों में पुलिस मेडिकल सहित विभिन्न विभागों की एक बड़ी टीम ने जाकर ग्रामीण लोगों से पूछताछ की.
पुलिस प्रशासन ने ग्रामीण लोगों से पूछताछ कर मेवात क्षेत्र में दिल्ली के निजामुद्दीन के मरकस जमात से आए लोगों के बारे में जानकारी ली. उप जिला मजिस्ट्रेट सुमन देवी, पुलिस उपाधीक्षक मदन लाल जैफ ने तलाशी अभियान के दौरान प्रशासनिक और मेडिकल दल बल के साथ पान्होरी, ककड़ा, बेढ़म, हिंगोटा, जीवनकाबास, टोडा, घड़ी मेवात, चुल्हेरा, गदरवास, करमूका, खोह, रूध खोह, उदयपुरी और काहिरका , सहित 12 से अधिक गांव में जाकर मस्जिदों की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और व्यापक पूछताछ की. इस दौरान उप जिला मजिस्ट्रेट सुमन देवी ने भी मस्जिदों में उपस्थित मौलवियों की पहचान पत्र को देखा. जिसके बाद पुलिस उपाधीक्षक मदनलाल जैफ ने मस्जिदों के मौलवियों को निर्देश दिए कि कोराना संक्रमण से बचाव के लिए लोग एक जगह एकत्रित ना हो. इसके लिए वे लोगों को घर में नमाज पढ़ने के लिए प्रेरित करें.
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वहीं सघन तलाशी अभियान के दौरान उप जिला मजिस्ट्रेट सुमन देवी ने स्थानीय जमात में गए लोगों से पूछताछ की और उन्हें आइसोलेशन में मोहर लगाकर भेज दिया है. मोहर लगाने के दौरान जमात के लोगों द्वारा मोहर को मिटाने पर सुमन देवी ने कड़ी नाराजगी प्रकट की. जिसके बाद प्रशासन ने मोहर मिटाने वाले लोगों के दोबारा मोहर लगाई गई.
प्रशासन ने लोगों को हिदायत दी कि बाहर से आने वाले किसी भी व्यक्ति के आवागमन की सूचना पुलिस या प्रशासन को तुरंत प्रदान करें. जिससे उनकी जांच कर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके. डीग चिकित्सा विभाग की टीम ने सूचना पर नई सड़क स्थित मस्जिद को भी चेक किया. वहां पर कोई भी जमात से आने वाला व्यक्ति नहीं मिला.