कामां (भरतपुर). जिले के कामां डीएसपी प्रदीप यादव ने दलित नाबालिग के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में डेढ़ महीने से फरार चल रहे 2 आरोपियों को गिरफ्तार करने में बड़ी सफलता हासिल की है. इनमें से एक आरोपी पर भरतपुर एसपी द्वारा 1 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था. गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है.
डीएसपी प्रदीप यादव ने बताया कि कामां थाना इलाके के एक गांव में सामूहिक दुष्कर्म के बाद दलित नाबालिग 3 महीने से ज्यादा की गर्भवती हो गई है. डीएसपी ने बताया कि इस बात का पता उस समय चला जब पेट में दर्द की शिकायत पर बालिका को उसके परिजन अस्पताल लेकर पहुंचे. जिसके बाद वहां पता चला कि बालिका 3 महीने की गर्भवती है. उसके बाद पीड़िता ने पूरा घटनाक्रम अपने परिजनों को बताया.
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पीड़िता ने बताया कि 4 महीने पहले गांव के ही 3 युवकों ने उसको रास्ते में पकड़ लिया और खेत में ले जाकर तीनों ने उसके साथ दुष्कर्म किया. उसके बाद जान से मारने की धमकी देते हुए तीनों उसके साथ मौका मिलने पर बार-बार दुष्कर्म करते रहे, जिसे वह गर्भवती हो गई. इस पूरे मामले के बाद पीड़ित नाबालिग की मां ने 25 मई को कामां थाने पर नामजद आरोपियों के विरुद्ध मामला दर्ज करावाया. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस जांच में जुट गई.
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वहीं आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भरतपुर पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी ने स्पेशल टीम का गठन किया है. पुलिस की टीम ने राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और दिल्ली के विभिन्न इलाकों में दबिश दी. लेकिन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर थे. जिसके बाद पुलिस ने घटना में सह-अभियुक्त और आरोपियों को शरण देने के मामले में दो आरोपियों को पहले गिरफ्तार कर लिया, लेकिन मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर चल रहा था. जिसके बाद पुलिस ने लोकेशन ट्रेस करके शनिवार देर रात आरोपियों के घर दबिश देकर 2 आरोपियों के गिरफ्तार कर लिया. उधर, नाबालिग बालिका का राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेश अनुसार पुलिस प्रशासन ने गर्भपात कराया.