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बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किया जाएगा होम आइसोलेट, अब अस्पताल में नहीं होंगे भर्ती

प्रदेश भर में बिना लक्षण वाले कोरोना पॉजिटिव मरीजों को घर में ही आइसोलेट करने के फैसले के बाद भरतपुर में सोमवारोक 312 पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया. वहीं, जिन मरीजों के पास घर में आइसोलेट होने की सुविधा नहीं है सिर्फ उन्हें ही अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा.

312 people in home isolate
कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किया जाएगा होम आइसोलेट
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Published : Jun 9, 2020, 2:04 AM IST

भरतपुर. जिले समेत प्रदेश भर में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को अब उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा. ऐसे मरीजों को अब होम आइसोलेट करके ही स्वस्थ किया जाएगा. राजस्थान सरकार ने बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत भरतपुर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने पॉजिटिव मरीजों को घर पर ही आइसोलेट करना शुरू कर दिया है.

कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किया जाएगा होम आइसोलेट

साथ ही ग्रामीण कमेटियों को भी मरीज पर नजर रखने और नियमों की पालना कराने के लिए निर्देशित कर दिया है. नए निर्देशों के अनुसार सोमवार को 312 पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार भरतपुर जिले में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट करना शुरू कर दिया गया है. अगर किसी मरीज के घर पर आइसोलेट करने की सुविधा नहीं है, तो ऐसे मरीजों को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है.

पढ़ें- 'आत्मनिर्भर भारत' मुहिम का देश के किसानों और छोटे उद्यमियों को मिलेगा फायदा: सीआर चौधरी

डॉ. कप्तान सिंह ने जिले वासियों से अपील की है कि होम आइसोलेट किए जा रहे मरीजों को लेकर वह परेशान ना हो. इसमें प्रशासन का सहयोग करें. वहीं, पॉजिटिव मरीज को आइसोलेशन की पालना कराने के लिए ग्रामीण कमेटियों को निर्देशित कर दिया गया है. डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि जो मरीज कोरोना संक्रमित होने के साथ ही अन्य बीमारियों से भी ग्रसित हैं, उन्हें होम आइसोलेट करने के बजाय चिकित्सकीय निगरानी में अस्पताल में ही आइसोलेट किया जाएगा.

ग्रामीणों ने किया विरोध

डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि जिले में चैनपुरा गांव में भी एक पॉजिटिव मरीज को होम आइसोलेट किया गया है. ऐसे में ग्रामीणों ने गांव में पॉजिटिव मरीज को रखने, उसे अस्पताल नहीं ले जाने और पॉजिटिव मरीज के बीते कई दिनों से गांव में घूमने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बाद में जिला प्रशासन की ओर से गांव चैनपुरा में कर्फ्यू लागू कर दिया गया.

गौरतलब है कि अभी तक सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में आइसोलेट किया जा रहा था. लेकिन राज्य सरकार की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद अब बिना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेट किया जाएगा. नए निर्देशों के अनुसार सोमवार को 312 पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है.

भरतपुर. जिले समेत प्रदेश भर में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को अब उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती नहीं किया जाएगा. ऐसे मरीजों को अब होम आइसोलेट करके ही स्वस्थ किया जाएगा. राजस्थान सरकार ने बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए नई गाइडलाइन जारी की है. इसके तहत भरतपुर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने पॉजिटिव मरीजों को घर पर ही आइसोलेट करना शुरू कर दिया है.

कोरोना पॉजिटिव मरीजों को किया जाएगा होम आइसोलेट

साथ ही ग्रामीण कमेटियों को भी मरीज पर नजर रखने और नियमों की पालना कराने के लिए निर्देशित कर दिया है. नए निर्देशों के अनुसार सोमवार को 312 पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि राज्य सरकार की नई गाइडलाइन के अनुसार भरतपुर जिले में बिना लक्षण वाले कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट करना शुरू कर दिया गया है. अगर किसी मरीज के घर पर आइसोलेट करने की सुविधा नहीं है, तो ऐसे मरीजों को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है.

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डॉ. कप्तान सिंह ने जिले वासियों से अपील की है कि होम आइसोलेट किए जा रहे मरीजों को लेकर वह परेशान ना हो. इसमें प्रशासन का सहयोग करें. वहीं, पॉजिटिव मरीज को आइसोलेशन की पालना कराने के लिए ग्रामीण कमेटियों को निर्देशित कर दिया गया है. डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि जो मरीज कोरोना संक्रमित होने के साथ ही अन्य बीमारियों से भी ग्रसित हैं, उन्हें होम आइसोलेट करने के बजाय चिकित्सकीय निगरानी में अस्पताल में ही आइसोलेट किया जाएगा.

ग्रामीणों ने किया विरोध

डॉ. कप्तान सिंह ने बताया कि जिले में चैनपुरा गांव में भी एक पॉजिटिव मरीज को होम आइसोलेट किया गया है. ऐसे में ग्रामीणों ने गांव में पॉजिटिव मरीज को रखने, उसे अस्पताल नहीं ले जाने और पॉजिटिव मरीज के बीते कई दिनों से गांव में घूमने का आरोप लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. बाद में जिला प्रशासन की ओर से गांव चैनपुरा में कर्फ्यू लागू कर दिया गया.

गौरतलब है कि अभी तक सभी कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में आइसोलेट किया जा रहा था. लेकिन राज्य सरकार की नई गाइडलाइन जारी होने के बाद अब बिना लक्षण वाले पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेट किया जाएगा. नए निर्देशों के अनुसार सोमवार को 312 पॉजिटिव मरीजों को होम आइसोलेशन में भेज दिया गया है.

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