भरतपुर. पिछले कुछ समय से लुटेरों ने भरतपुर पुलिस की नाक में दम कर रखा है. कुछ दिनों पहले ही भरतपुर के जघीना गांव, भवनपुरा गांव और नाई का नगला गांव में लूट की वारदातें हुई थी, लेकिन पुलिस अभी तक किसी भी आरोपी को पकड़ने में नाकामयाब रही है. इन वारदातों के बाद जघीना गांव में महापंचायत हुई थी. जिसमे गांव के लोगों ने पुलिस को 15 तारीख तक का अल्टीमेटम दिया है.
वहीं ग्रामीणों का कहना रहा कि अगर 15 तारीख तक पुलिस आरोपियों को पकड़कर वारदातों का खुलासा नहीं कर पाई तो वे 16 तारीख को आंदोलन करने को मजबूर होंगे. जिसका जिम्मेदार प्रशासन होगा. इन्हीं वारदातों के बारे में कोई जानकारी जुटाने या सुराग लगाने के लिए पुलिस ने संदेह के आधार पर बीती रात एक कार्रवाई की.
जिसमें शहर के आजाद नगर और रंजीत नगर की कच्ची बस्ती में रात करीब 1:30 बजे छापा मारा. इस दौरान भरतपुर के सभी थानों की पुलिस से जाब्ता और अधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान करीब 30 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
वहीं हिरासत में लिए हुए व्यक्तियों के परिजनों के अलावा स्थानीय पूर्व पार्षद से हमने बात की तो उनका कहना रहा कि शहर में कहीं भी कोई वारदात हो जाती है तो पुलिस सबसे पहले इन लोगों को पकड़ कर ले जाती है. जबकि यहां पर रहने वाले ये सभी व्यक्ति मजदूरी करके अपना जीवन यापन करते हैं.