भरतपुर. अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए अब पुलिस पलक झपकते ही मौका ए वारदात पर पहुंचेगी. पुलिस को सशक्त बनाने के लिए राजस्थान सरकार ने पुलिस को क्विक रिस्पांस व्हीकल दिए हैं. यह व्हीकल गूगल और जीपीएस से कनेक्टेड रहेंगे. जिसकी मदद से शिकायतकर्ता की लोकेशन पर सीधे पहुंचेंगे और अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर सकेंगे. पायलट प्रोजेक्ट के तहत राजस्थान पुलिस को पूरे प्रदेश में 2000 क्विक रिस्पांस व्हीकल प्रदान किए जाएंगे. जिनमें से सोमवार को भरतपुर पुलिस को 13 व्हीकल दिए गए. पायलट प्रोजेक्ट के तहत सोमवार को भरतपुर पुलिस को भी 13 व्हीकल दिए गए. जिनको राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग और पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया.
जीपीएस से कनेक्ट : राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बताया कि पुलिस को प्रदान किए गए क्विक रिस्पांस व्हीकल आधुनिक तकनीक से सुसज्जित हैं. ये सभी विकल्प गूगल और जीपीएस से कनेक्टेड हैं. जैसे ही कोई पीड़ित या जरूरतमंद पुलिस को फोन करेगा तुरंत उसका जीपीएस लोकेशन पुलिस टीम को मिल जाएगा. व्हीकल का जीपीएस सिस्टम संबंधित सभी थानों से भी कनेक्टेड रहेगा. ऐसे में सूचना मिलते ही पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंचेगी और अपराध पर लगाम लगाएगी.
पढ़ें असली पुलिस के हत्थे चढ़ा फर्जी पुलिस अधिकारी, ऐंठ रहा था ई-रिक्शा चालकों से रुपए
पुलिस को 2000 वाहन : भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा ने बताया कि राजस्थान सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तहत पूरे प्रदेश में राजस्थान पुलिस को 2000 क्विक रिस्पांस व्हीकल देने की घोषणा की है. जिनमें से 500 से ज्यादा व्हीकल अलॉट भी कर दिए गए हैं. इनमें से भरतपुर पुलिस को 13 व्हीकल मिले हैं. एसपी कच्छावा ने बताया कि इन वाहनों की मदद से पुलिस को अपराधिक घटनाओं पर लगाम लगाने में काफी मदद मिलेगी. वहीं राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग ने बताया कि उन्होंने विधायक फंड से पुलिस को दो व्हीकल प्रदान किए हैं. यदि जरूरत पड़ी तो पुलिस को और भी व्हीकल दिए जाएंगे.
पढ़ें भाई ने धारदार हथियार से की छोटे भाई की हत्या, फसल बंटवारे को लेकर हुआ था विवाद