भरतपुर. उर्वरक की कमी से जूझ रहे जिले के किसानों की समस्या को लेकर भरतपुर सांसद रंजीता कोली ने दिल्ली में केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात की. केंद्रीय मंत्री को जिले के किसानों की समस्या से अवगत कराया, जिसके बाद मंत्री मनसुख ने भरतपुर के किसानों के लिए 3 हजार मेट्रिक टन एनपीके और डीएपी आवंटित किया. इसे 18 अक्टूबर तक इफको की ओर से भरतपुर स्टेशन पहुंचा दिया जाएगा.
भरतपुर सांसद रंजीता कोली ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री मनसुख मंडाविया से मुलाकात कर संसदीय क्षेत्र में किसानों को हो रही उर्वरक की कमी के बारे में अवगत कराया. उन्होंने कहा कि संसदीय क्षेत्र में किसानों को मांग के अनुरूप उर्वरक नहीं मिल पा रहा है, जिसके चलते किसान परेशान हो रहे हैं. सांसद ने केंद्रीय उर्वरक मंत्री को मुलाकात कर पत्र सौंपा. इसके बाद उर्वरक मंत्री ने भरतपुर के लिए डीएपी खाद की एक रैक आवंटित कर दी.
साथ ही सांसद ने कालाबाजारी को रोकने के लिए भी उर्वरक मंत्री को पत्र लिखा कि संसदीय क्षेत्र में बड़े-बड़े दुकानदारों और कुछ अधिकारी मिलीभगत कर उर्वरक की कालाबाजारी करते हैं. इस पर भी रोक लगाई जाए. वहीं, सांसद रंजीता कोली ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि केंद्र सरकार तो उर्वरक की पूर्ति कर रही है, लेकिन इसके वितरण में पूरी तरह नाकामयाब रही है.
किसानों तक खाद पहुंचने से पहले ही खाद की कालाबाजारी की जा रही है. इसको देखते हुए राज्य सरकार को कड़े कदम उठाने चाहिए. उर्वरक खाद की कालाबाजारी को रोकना चाहिए. अगर कुछ दिन और किसानों को खाद नहीं मिला, तो सरसों बुवाई का समय निकल जाएगा और किसानों को बड़ी परेशानी होगी.