भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय जल्द ही करीब 125 नए स्पेशल पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है. इनमें रोजगार परक ऐसे स्पेशल पाठ्यक्रम शामिल किए जाएंगे, जो अन्य विश्वविद्यालयों में नहीं या बहुत कम संचालित होते हों. इसी तरह का एक बीटेक-एमबीए कमाइंड पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा, जो कि चार वर्षीय पाठ्यक्रम होगा. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में जल्द ही 500 से अधिक पदों पर भर्ती भी की जाएगी.
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो रमेश चंद्र ने बताया कि सत्र 2023-24 से विश्वविद्यालय में 8 नए संकाय, 126 विभाग, 9 विशेष शोध केंद्र व 36 नए संस्थान स्थापित किए जाने हैं. ऐसे में प्रत्येक विभाग में एक यूजी या पीजी पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा. ये पाठ्यक्रम रूटीन बीए, एमए पाठ्यक्रम की तरह नहीं बल्कि स्पेशल पाठ्यक्रम होंगे. प्रो रमेश चंद्र ने बताया कि जल्द ही बीटेक-एमबीए पाठ्यक्रम शुरू करेंगे, जो चार वर्षीय पाठ्यक्रम होगा. यदि अलग-अलग बीटेक और एमबीए की पढ़ाई की जाए तो 5 वर्ष का समय लगता है, लेकिन इस कमाइंड पाठ्यक्रम की अवधि 4 वर्ष की होगी. इसी तरह बीएससी मेडिसिन केमिस्ट्री पाठ्यक्रम भी शुरू किया जाएगा.
जल्द होगा फाइनल : विश्वविद्यालय के सभी नए विभागों में कौन-कौन से पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, इसके लिए विश्वविद्यालय 13 अप्रैल को डीन और प्राचार्य स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित करने जा रहा है. बैठक में पाठ्यक्रमों की सूची फाइनल कर ली जाएगी. साथ ही यह भी तय किया जाएगा कि इसी सत्र से कौन-कौन से पाठ्यक्रम शुरू किए जा सकते हैं.
फिर से शुरू होगा एलएलएम पाठ्यक्रम : विश्वविद्यालय के ग्लोबल लॉ इंस्टीट्यूट में 1 वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम भी संचालित किया जा रहा था, जिसे फैकल्टी उपलब्ध नहीं हो पाने की वजह से तीन साल पहले बंद कर दिया गया था. इस एक वर्षीय पाठ्यक्रम में 55 सीटें थीं. प्रो रमेश चंद्र ने बताया कि अब फिर एक वर्षीय एलएलएम पाठ्यक्रम शुरू किया जाएगा. विश्वविद्यालय में शुरू किए जा रहे नए पाठ्यक्रम, नए विभाग, नए संकाय और नए संस्थानों के संचालन के लिए है करीब 500 से अधिक पदों पर भर्ती की जाएगी. फिलहाल महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में कुलसचिव, एक उपकुलसचिव, दो सहायक कुलसचिव, एक वित्त नियंत्रक और एक लीगल असिस्टेंट ही कार्यरत हैं.