भरतपुर/अलवर. सीआरपीएफ की एक महिला कॉन्स्टेबल ने सीआरपीएफ में तैनात अपने प्रेमी के साथ मिलकर भरतपुर निवासी पति की हत्या कर दी. महिला ने पति को दिल्ली बुलाया और वहां पर प्रेमी के साथ मिलकर हत्या कर उसके शव को अलवर के बानसूर में लाकर एक खाली प्लॉट में दफना दिया. मृतक के परिजनों ने अपनी बहू पर हत्या करने की आशंका जताते हुए खोह थाने में मामला दर्ज करवाया, जिसके बाद परत दर परत पूरा मामला खुल गया. पुलिस ने आरोपी महिला और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया है.
पति को ऐसे हटाया रास्ते से : खोह थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद ने बताया कि भरतपुर के नरेना चौथ निवासी पूनम जाट (32) पत्नी संजय जाट सीआरपीएफ में कॉन्स्टेबल है और दिल्ली में तैनात है. पूनम का करीब ढाई साल से अलवर के बानसूर के महताला निवासी रामप्रताप गुर्जर के साथ प्रेम प्रसंग चल रहा है. रामप्रताप भी सीआरपीएफ में नागालैंड में तैनात है. महिला कॉन्स्टेबल पूनम ने प्रेमी रामप्रसाद के साथ मिलकर पति संजय को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. साजिश के तहत महिला ने पति को दिल्ली बुलाया और उसकी गाड़ी में गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद आरोपी रामप्रताप शव लेकर अलवर के बानसूर पहुंचा और बाईपास रोड पर खाली पड़े प्लॉट में दफना दिया.
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परिजनों ने दर्ज कराया मामला : जब परिजनों की संजय से बात नहीं हुई और पूनम ने भी कहा कि संजय वहां आया ही नहीं तो परिजनों को आशंका हुई. ऐसे में संजय के पिता मनीराम ने 4 अगस्त को भरतपुर के खोह थाने में संजय की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. उन्होंने पूनम और रामप्रताप पर संजय की हत्या कर शव को छुपाने का शक जताया. पुलिस ने रामप्रताप और पूनम को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो दोनों ने संजय की हत्या करने और शव को दफनाने की बात कबूल कर ली.
आरोपी प्रेमी दो बच्चों का पिता : आरोपी रामप्रताप ने जहां शव को दफनाया था, वहां से 100 मीटर दूर उसने नया मकान बनाया है. आरोपी रामप्रताप भी शादीशुदा है और दो बच्चों का पिता है. संजय की शादी 2010 में उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के रायपुर गांव पूनम से हुई थी. पूनम ढाई साल से दिल्ली में द्वारिका सेक्टर-8 में मेट्रो स्टेशन पर तैनात है, जबकि पति संजय गांव में खेतबाड़ी करता था. पूनम और संजय की 12 साल की बेटी, 8 और 5 साल के 2 बेटे हैं.
ऐसे बढ़ी नजदीकियां : पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ढाई साल पहले पूनम और रामप्रताप की श्रीनगर एयरपोर्ट पर मुलाकात हुई थी और इसके बाद से ही इनका प्रेम प्रसंग चल रहा है. एसएचओ गिर्राज प्रसाद ने बताया कि रविवार को आरोपियों की निशानदेही के आधार पर बानसूर के खाली भूखंड से संजय के शव को जमीन से बाहर निकाला गया. पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया है.