भरतपुर. महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय नए सत्र में विद्यार्थियों को रोजगारपरक शिक्षा देगा. इसके लिए विश्वविद्यालय 253 नए पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है. पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं विश्वविद्यालय में टीचिंग और नॉन टीचिंग के करीब 1337 पदों पर भी भर्ती की जाएगी. ऐसे में नए सत्र से न केवल विद्यार्थियों के लिए नए पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे बल्कि विश्वविद्यालय विस्तार के साथ और भी कई महत्वपूर्ण कार्य किए जाएंगे.
विश्वविद्यालय के उपकुलसचिव डॉ. अरुण कुमार पाण्डेय ने बताया कि नए सत्र के लिए 253 नए पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. आवेदन की अंतिम तिथि 31 जुलाई रखी गई है. डॉ. पाण्डेय ने बताया कि नए पाठ्यक्रमों में रोजगारपरक शिक्षा का विशेष ध्यान रखा गया है, इसलिए कई पाठ्यक्रम ऐसे हैं जो सिर्फ महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय में ही होंगे.
ये हैं नए पाठ्यक्रम :
बीएससी पाठ्यक्रम :
- बायोकेमिस्ट्री
- साइंस टेक्नोलॉजी एंड सोसायटी
- न्यूट्रिशन एंड हेल्थ एजुकेशन
- एग्रोकेमिकल और कीट प्रबंधन के साथ एप्लाइड लाइफ साइंस
- मेडिकल लेबोरेटरी टेक्निक
- एनालिटिकल केमिस्ट्री
- फोरेंसिक साइंस
- रिमोट सेंसिंग
- कंप्यूटिंग एंड एप्लाइड गणित
- योगिक एंड न्यूट्रो पावर साइंस
बीए पाठ्यक्रम :
- पॉलिसी मेकिंग
- मास कम्युनिकेशन एंड जर्नलिज्म
- बीए इन क्रोमोनोलॉजी एंड क्रिमिनल जस्टिस
- बुद्धिस्ट स्टडीज
इंटीग्रेटेड कोर्स :
- बीए एलएलबी
- बीकॉम एलएलबी
- बीबीए एलएलबी
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टीचिंग और नॉन टीचिंग पदों पर भर्ती : डॉ. पाण्डेय ने बताया कि इसके अलावा तमाम विधि पाठ्यक्रम, स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम, पीएचडी पाठ्यक्रम भी शुरू किए जा रहे हैं. सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. विश्वविद्यालय में नए पाठ्यक्रमों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए टीचिंग और नॉन टीचिंग पदों पर भर्ती की जाएगी. इनमें करीब 1100 पदों पर शिक्षकों की भर्ती और करीब 237 नॉन टीचिंग पदों पर भर्ती की जाएगी. इसके लिए जरूरी कार्रवाई की जा रही है.
विवि विस्तार के लिए 500 एकड़ जमीन : डॉ. पाण्डेय ने बताया कि विश्वविद्यालय परिसर के विस्तार के लिए अतिरिक्त जमीन की आवश्यकता है. इसके लिए विश्वविद्यालय की ओर से 500 एकड़ जमीन का प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार और राजभवन को भेजा गया है. इससे विश्वविद्यालय का विस्तार करने में सुविधा मिलेगी.
जिला प्रशासन संचालित करेगा सिटी बसः विश्वविद्यालय परिसर भरतपुर संभाग मुख्यालय से करीब 18 से 20 किलोमीटर की दूरी पर है. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रबंधन की तरफ से विद्यार्थियों की सुविधा के लिए कुछ बसों का संचालन किया जा रहा है. साथ ही विवि की मांग पर जिला प्रशासन शहर के सारस चौराहे से विश्वविद्यालय तक सिटी बस संचालित करेगा. इसके लिए प्रशासन ने सहमति जता दी है.