कामां (भरतपुर). राजस्थान सरकार द्वारा शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया जा रहा है. इसके तहत भरतपुर के कामां में शनिवार को उपखंड अधिकारी विनोद कुमार मीणा के नेतृत्व में पुलिस, खाद्य विभाग और प्रशासन की 6 संयुक्त टीमों ने कार्रवाई की. इस दौरान 6 से ज्यादा दूध डेयरी पर छापामार कार्रवाई करते हुए खाद्य पदार्थों के नमूने लिए गए.
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उपखंड अधिकारी विनोद कुमार मीणा ने बताया कि राजस्थान सरकार द्वारा 26 अक्टूबर से लेकर 14 नवंबर तक चलाए जा रहे शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अंतर्गत उपखंड क्षेत्र के विभिन्न डेयरी प्लांट पर मिलावटखोरों के विरुद्ध संयुक्त रूप से प्रशासन ने कार्रवाई की है. कार्रवाई में पुलिस उपाधीक्षक प्रदीप यादव, प्रशिक्षु आईपीएस सुमित महेरडा, तहसीलदार सत्यनारायण छिपा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी जगदीश गुप्ता व केशव गोयल, परिवर्तन निरीक्षक प्रदीप शर्मा और माप-तौल अधिकारी राजकुमार सहित कामां उपखंड के पटवारी मौजूद रहे.
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कार्रवाई के दौरान सैंपलिंग के बाद ठीक नहीं पाए जाने पर 20 किलो मावा मौके पर ही नष्ट कराया गया. साथ ही करीब 400 लीटर दूध को भी सैंपल जांच के बाद मौके पर ही नष्ट कराया गया. वहीं, पनीर दूध के नमूने लेकर जांच के लिए भेजवाए गए हैं. बता दें कि मौके पर ही ज्यादातर सैंपल लेकर जांच की गई और जांच में फेल होने पर उन्हें नष्ट किया गया . प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई के चलते मिलावटखोरों में हड़कंप मच गया और वो अपने-अपने प्रतिष्ठानों को बंद कर भूमिगत हो गए.
व्यापक स्तर पर होता है मिलावट का कारोबार
कामां क्षेत्र दिल्ली एनसीआर से बिल्कुल सटा हुआ है. यहां व्यापक स्तर पर मिलावट का कारोबार चल रहा है. यहां दूध, खोवा और पनीर इत्यादि खाद्य पदार्थों में केमिकल मिलाकर निर्मित कर लोगों को परोसा जाता है. लोगों के स्वास्थ्य के साथ हो रहे खिलवाड़ के चलते राज्य सरकार ने शुद्ध के लिए युद्ध अभियान चलाया है. इसके अंतर्गत प्रशासन कार्रवाई कर रहा है.