बाड़मेर. राज्य की गहलोत सरकार और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा चिकित्सा व्यवस्थाओं को लेकर बड़े-बड़े दावे करते नजर आते हैं, लेकिन बाड़मेर में यह दावे फेल होते नजर आ रहे हैं. ऐसा इसलिए, क्योंकि चौहटन में टैक्सी पलटने से घायल हुई एक महिला को जिला अस्पताल रेफर किया गया था. वहीं चिकित्सकों ने महिला के सिर पर चोट होने की वजह से एक्स-रे लिखा, लेकिन अस्पताल में एक्सरे रूम बंद होने की वजह से अस्पताल कार्मिक और परिजन घायल महिला को स्ट्रक्चर पर लेटाकर मुख्य सड़क से वाहनों के बीचो बीच से होते हुए उसे निजी लैब पर एक्स-रे करवाने के लिए ले गए.
घायल बुजुर्ग महिला के पुत्र भैरू सिंह ने बताया कि चौहटन में टैक्सी पलटने के बाद घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले गए. जहां पर प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया. जिसके बाद चिकित्सकों ने यहां पर एक्स-रे करवाने के लिए कहा, तब हम अस्पताल में एक्सरे करवाने के लिए गए, लेकिन वहां पर एक्स-रे रूम बंद था.
पढ़ेंः भाजपा के घोषणा पत्र में वसुंधरा तो कांग्रेस में पायलट की फोटो गायब...खाचरियावास ने कही ये बात
जिसके बाद इमरजेंसी को देखते हुए अस्पताल कर्मी के साथ हम बाहर निजी लैब में जाकर एक्स-रे करवाया. उन्होंने कहा कि अस्पताल में एक्सरे रूम बंद है. इस पूरे मामले को लेकर जिला अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, लेकिन उनसे किसी तरह का कोई संपर्क नहीं हो पाया.