बाड़मेर. बेटा और बेटी को लेकर समानता की बातें की जा रही हैं, लेकिन आज भी कहीं ना कहीं बेटे के होने की लालसा अधिक होती है. ऐसा ही एक मामला बाड़मेर से सामने आया है. जहां पर एक विवाहिता को शादी के बाद तीन बेटियां होने और बेटा नहीं होने की वजह से उसे ससुराल में प्रताड़ित करने के साथ उसे घर से निकाल दिया. इस पूरे मामले को लेकर पीड़िता ने जिला मुख्यालय पहुंच कर एसपी को ज्ञापन सौंपकर न्याय की गुहार लगाई है.
दरअसल, जिले के नागाणा थाना क्षेत्र के निवासी एक विवाहिता के शादी के 6 साल में बेटा नहीं होने और लगातार तीन बेटियां होने की वजह से उसके साथ मारपीट, शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता था. इतना ही नहीं, विवाहिता को पति ने घर से बाहर निकाल दिया. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर पीड़िता ने अपने पिता और परिजनों के साथ जिला मुख्यालय पहुंच कर पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है.
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पीड़िता का कहना है कि उसकी शादी 6 साल पहले बायतु के एक गांव में हुई थी. शादी के बाद उसका पति पिछले काफी समय से उसे परेशान करता रहा. इसके साथ ही दो दिन पहले पति द्वारा उसके साथ मारपीट की गई. इस पर पीड़िता ने अपने पिता को फोन कर सूचना दी तो पीहर पक्ष के कुछ लोगों के साथ उसके घर पहुंचे. पूरे मामले को लेकर समझाइश करने के बावजूद पीड़िता के पति ने उसे घर से बेदखल कर दिया. पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया है कि उसकी तीन बेटियां हैं और पति पुत्र चाहता है. जिसे लेकर वो उसके साथ मारपीट करता रहता था.