बाड़मेर. बिपरजॉय तूफान से हुई मूसलाधार बारिश की वजह से जिले के कई स्थानों में तालाब, नाड़ी, बांध और छोटे-बड़े गड्ढों में पानी भर गया है. ऐसे में भी कई लोग पानी में उतर कर अपनी जान खतरे में डाल रहे हैं. एक दिन पहले जिले में 4 बच्चों सहित कुल 5 लोगों की पानी में डूबने से मौत की घटना भी सामने आई है. इसके अलावा रास्ते बंद होने से कई गांवों का आपस में संपर्क भी टूट गया है.
जिला कलेक्टर की अपील जिला कलेक्टर अरुण कुमार पुरोहित ने लोगों से बरसाती पानी से भरे तालाब, नाड़ी आदि से दूर रहने की अपील की है. उन्होंने कहा कि बरसाती पानी से भरे तालाब या नाड़ी में नहाने या तैरने का प्रयास नहीं करें. विशेष रूप से बच्चों को इनसे दूर रखें. नालों को पार करते समय पहले यह भाप लें कि उसमें जल स्तर कितना है. इसके बाद ही नदी-नालों को सावधानीपूर्वक पार करें.
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रास्ते बंद होने से कई गांवों में टूटा संपर्क : बाकली बांध के ओवरफ्लो होने की वजह से बरवा पुलिया के नीचे से पानी की आवक होने लगी. यह पानी जिले के सूकड़ी नदी में ढीढस-मजल के बीच में से होते हुए कोटड़ी अंबो का बाडा के बीच होते हुऐ रानीदेशीपुरा के पास लूणी नदी में मिलती है. इन इलाकों में पानी की आवक ज्यादा होने की वजह से कई गांव के आपस में संपर्क टूट गए हैं. समदड़ी तहसीलदार हनवंतसिंह देवड़ा ने बताया कि मजल और ढीढस के बीच रास्ता बंद हो गया है. इसी तरह पुराना कोटड़ी गांव लाखेटा और आंबो का बाड़ा गांव का रास्ता बंद हो गया है. दोनों रास्तों पर पुलिस तैनात की गई है ताकि किसी तरह की कोई अनहोनी न हो.