बाड़मेर. राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 12वीं कक्षा के कला वर्ग के परीक्षा परिणाम मंगलवार को घोषित हुए. जिसमे जिले के धोरीमना क्षेत्र के लोहारवा गांव के एक किसान के बेटे प्रकाश फुलवारी ने 99.2 प्रतिशत अंक हासिल कर प्रदेश में टॉप किया. जिसके बाद से उसे बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है.
वहीं, बुधवार को जिला मुख्यालय स्थिति जटिया समाज के छात्रावास से जब वह अपने गांव लोहारवा पहुंचा तो गांव वालों ने फूल-मालाएं, रंग-गुलाल और ढोल के साथ प्रदेश के टॉपर का भव्य स्वागत और अभिनंदन किया. किसान के बेटे ने अपनी मेहनत और लगन के चलते पूरे प्रदेश में जिले और गांव का नाम रोशन किया है. जिसकी वजह से जिलेभर में लोगों में खुशी की लहर है और हर कोई प्रकाश को बधाई दे रहा है.
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लोहारवा गांव में सुविधाओं के अभाव के बावजूद भी प्रकाश ने अपनी मेहनत और लगन की वजह से शिक्षा के क्षेत्र में अपना परचम लहराते हुए जिले का नाम पूरे प्रदेश में रोशन कर 12वीं कला वर्ग में प्रदेश में टॉपर आया. इसके बाद से ही जिले और पूरे गांव में खुशी का माहौल है. स्टेड टॉपर प्रकाश के पिता चनणाराम कमठा मजदूर है, घर की आर्थिक स्थिति कमजोर होने से शुरू से सरकारी स्कूल में पढ़ाई की और दसवीं बोर्ड में 97 फीसदी अंकों के साथ जिले में दूसरे नंबर पर रहा है.
बीच में पिता के लकवा होने से परिवार का भरण-पोषण करना भी मुश्किल हो गया था. दो साल तक प्रकाश को एक ही ड्रेस से काम चलाना पड़ा. प्रकाश के परिवार की आर्थिक स्थिति इतनी कमजोर थी कि ड्रेस फट गई तो नई लाने के लिए घर पर पैसे नहीं थे. कई बार तो स्कूल में शिक्षकों की डांट सुननी पड़ती थी.
प्रकाश ने विद्यालय में कई बार तो झूठ भी बोला कि ड्रेस सिलाने दी हुई है. जबकि ड्रेस का कपड़ा खरीदने के पैसे नहीं थे, गांव में बिजली और पानी की भी समस्याएं बावजूद इसने हिम्मत नहीं हारी और रोजाना चार से पांच घंटे पढ़ाई जारी रखी. किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले प्रकाश बताते हैं कि दिन में 6-7 घंटे पढ़ाई करते थे.
गांव में सबसे बड़ी समस्या पढ़ाई करते समय बिजली की आती थी. वहीं, दिन में पेड़ के नीचे छांव में बैठकर और रात में मोबाइल की रोशनी से पढ़ाई करनी पड़ती थी, लेकिन हौसला बुलंद था. प्रकाश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों और माता-पिता को देते हुए कहा कि वो आगे प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते हैं.
इसके लिए कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली जाकर तैयारी करेगा. साथ ही प्रकाश ने कहा कि जिन समस्याओं का सामना उन्हें करना पड़ा है. ऐसा किसी और को ना करना पड़े. इसलिए वो देश की सेवा करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से मुझे लोगों का प्यार मिल रहा है, उसे देख कर मुझे बेहद खुशी हो रही है.
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बता दें कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा, राजस्व मंत्री हरीश चौधरी, बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन ने प्रकाश को प्रदेश में टॉपर करने पर बधाई दी. प्रकाश की सफलता पर जोधपुर स्थित कोचिंग संस्थान और गहलोत ने उसे एक लाख रुपए का नकद पुरस्कार प्रदान करने की घोषणा की है.