सिवाना (बाड़मेर). पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना का पानी सिवाना कस्बे में लाने को लेकर पिछले लंबे समय से कस्बे के बस स्टैंड पर धरना चल रहा है. गुरुवार को राजस्व मंत्री हरीश चौधरी दूसरी बार धरना स्थल पर पहुंचे. धरने पर बैठे सिवाना संघर्ष समिति के महेंद्र कुमार जैन ने मंत्री से कस्बे में पानी लाने को लेकर बात करके एक ज्ञापन दिया.
राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना के अधिकारियों से मोबाइल पर बात कर जल्द ही पाइपलाइन को जोड़कर सिवाना में पानी पहुंचाने की बात कही. जिस पर बताया कि वर्तमान समय में ऑक्सीजन की उपलब्धता कम है. जिसके चलते पाइपों जॉइंट वेल्डिंग नहीं किया जा रहा. जल्द ही पाइप मंगवाकर कार्य को शुरू करवाया जाएगा.
ज्ञात रहे कि पानी की समस्या को लेकर पिछले 3 महीने से चल रहे धरना, पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना का बालोतरा-सिवाना के मध्य अधूरा पड़ा 10 किलोमीटर पाइप लाइन बिछाने व टैंक निर्माण का कार्य शीघ्र पूरा कर जलापूर्ति करवाने की मांग को लेकर 88वें दिन भी अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरना जारी रहा.
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महेंद्र कुमार जैन ने बताया कि कोरोना की महामारी में भी संघर्ष समिति के लोगों द्वारा लगातार अपनी मांगों को लेकर प्रतिदिन मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर पानी की समस्या को लेकर गुहार लगाई जा रही है. वहीं धरना स्थल पर सिवाना प्रशासन व नेताओं व मंत्रियों द्वारा भले ही पानी की समस्या को लेकर समस्या समाधान के लिए आश्वासन दिए गए हों, मगर बीते 88 दिनों में समस्या जस की तस बनी हुई है और समस्या पर किसी भी प्रकार का कार्य नहीं किया जा रहा है.
वहीं राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को भी ज्ञापन देकर बताया कि वर्तमान में सिवाना कस्बे सहित तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में भूजल स्तर पेंदे पर चले जाने के कारण लम्बे समय से पानी की भयंकर समस्या आम लोगों के सामने खड़ी है. पिछले 18 साल से सरकारी स्तर पर सिवाना क्षेत्र के 101 गांवों में पेयजल के स्थायी समाधान के लिए वर्ष 2003 में पोकरण-फलसुंड-बालोतरा-सिवाना पेयजल परियोजना की गई थी. जिनका कार्य वर्तमान में पूर्ण होने के अंतिम चरण में अधूरा पड़ा है.
अधूरे पड़े कार्य के तहत मुख्य रूप से बालोतरा सिवाना के बीच साईंजी का फांटा से सिवाना तक मात्र 10 किलोमीटर दूरी तक पाइपलाइन बिछाने का कार्य बाकी पड़ा है. वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में पाइप लाइन बिछाकर सिवाना कस्बे तक परियोजना का पानी पहुंचाया जा सकता है. वहीं ज्ञापन में बताया कि परियोजना के पाइप लाइन बिछाने के अधूरे पड़े कार्य को पूरा कर वैकल्पिक व्यवस्था के बतौर जलापूर्ति करने की मांग को लेकर हम ग्रामीणों द्वारा पिछले 88 दिनों से तहसील कार्यालय के आगे अनिश्चितकालीन अहिंसात्मक धरने पर बैठे हैं.