बाड़मेर (सिवाना). जिले के सिवाना उपखंड क्षेत्र के रमणिया गांव में दो भाइयों के झगड़े में चाचा की जान जाने का मामला सामने आया है. गांव के पास स्थित बस स्टैंड पर दो सगे भाई आपस में भिड़ गए. ऐसे में बीच-बचाव करने आए चाचा के सिर पर लाठी से गंभीर चोट लग गई. जिसके बाद आनन-फानन में उन्हें मोकलसर पीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने जोधपुर रेफर कर दिया. वहीं, जोधपुर में इलाज के दौरान जख्मी चाचा की मौत हो गई.
पुलिस की ओर से बताया गया कि यह घटना बुधवार की है. सिवाना के रमणिया गांव के बस स्टैंड पर दो भाई किसी बात को लेकर आपस में लड़ गए. दोनों भाइयों को लड़ते देख चाचा झगड़ा शांत कराने गए. इसी बीच उनके सिर पर लाठी से चोट लग गई. जिसके बाद उन्हें जख्मी अवस्था में मोकलसर पीएचसी ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने हालत अधिक खराब होने पर प्राथमिक उपचार के बाद मरीज को जोधपुर रेफर कर दिया. इधर, जोधपुर में इलाज के दौरान जख्मी शख्स ने दम तोड़ दिया.
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मोकलसर पुलिस चौकी इंचार्ज एसआई दुर्गाराम ने बताया कि रमणिया ग्राम निवासी रविंद्र और ईश्वर बस स्टैंड पर किसी बात को लेकर लड़ रहे थे. दोनों के हाथ में लाठियां थी. ऐसे में उन्हें लड़ता देख चाचा नरपत राम बीच-बचाव के लिए वहां गए. इसी बीच एक भाई ने चाचा नरपत राम के सिर पर लाठी से हमला कर दिया. जिसमें नरपत राम का सिर फट गया और वो गंभीर रूप से घायल हो गए. इस वाकया के बाद आसपास के लोग उन्हें मोकलसर अस्पताल ले गए, जहां प्राथमिक उपचार के बाद सिवाना और फिर सिवाना से जोधपुर रेफर कर दिया गया. वहीं, गुरुवार को जोधपुर में मथुरा दास हॉस्पिटल में इलाज के दौरान नरपत राम की मौत हो गई. मृतक के भाई ने हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है. जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. फिलहाल मृतक के शव को जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखा गया है.