बाड़मेर. देश में कोविड-19 महामारी के चलते पिछले करीब 2 महीनों से देशभर में लॉकडाउन है, लेकिन लॉकडाउन 4 में कुछ रियायत दी गई हैं. जिसमें विभिन्न प्रकार की दुकानें खोलने की अनुमति दी गई है. जिसमें सैलून की दुकानें भी शामिल है, लेकिन राजस्थान के बाड़मेर में लगातार कोविड-19 के मामलों को देखकर सैन समाज के लोगों ने स्वेच्छा से 31 मई तक अपनी सैलून की दुकानें बंद रखने की सराहनीय पहल की है.
राजस्थान के बाड़मेर जिले में सैन समाज के लोगों ने एक सराहनीय पहल करते हुए देश को सकारात्मक संदेश देने की कोशिश की है. सैन समाज के कई लोगों ने बाड़मेर जिला कलेक्टर विश्राम मीणा से मिलकर सैलून की दुकानें खोलने की अनुमति मिलने के बावजूद भी स्वेच्छा से 31 मई तक बंद रखने का निर्णय लिया है.
सैन समाज के लोगों का कहना है कि हमारी दुकानों में कार्य करते समय कोरोना के संक्रमण फैलने की आशंका अधिक रहती है, इसलिए हम नहीं चाहते कि हमारी वजह से संक्रमण फैले. जिसको लेकर हमनें जिले में सैलून की दुकानें स्वेच्छा से बंद रखने का फैसला लिया है.
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बाड़मेर में लगातार कोविड-19 के मामले बढ़ रहे हैं और ऐसे में अगर सैलून की दुकानें खुलती है तो कोविड-19 के संक्रमण के फैलने की आशंका अधिक रहती है. इस बात को ध्यान में रखकर सैन समाज के लोगों ने सराहनीय पहल करते हुए अपनी दुकानें स्वेच्छा से बंद रखने का फैसला लिया है. यकीनन सैन समाज का ये फैसला काबिले तारीफ है.