सिवाना (बाड़मेर). सिवाना कस्बे में सैन समाज के लोगों ने मंंगलवार को मुख्यमंत्री के नाम उपखंड अधिकारी प्रमोद सिरवी को ज्ञापन दिया. ज्ञापन में समाज के लोगों के लोगों ने सरकार से मदद की मांग की है. ज्ञापन में बताया गया कि कोरोना महामारी में सरकारी आदेशों की पालना में करीब डेढ़ माह से दुकानें बंद हैं. ऐसे में गुजर-बसर के लिए आय का एकमात्र स्रोत सैलून की दुकानों के बंद होने से परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर हो गयी है. जिसको लेकर सैलून संचालकों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई हैं.
सैन समाज के लोगों ने ज्ञापन में बताया कि कोरोना वैश्विक महावारी के रोकथाम के लिए सरकार द्वारा लिये गये निर्णयों का वे पालन कर रह है. ऐसे में काम बंद होने से हमारे समाज की आर्थिक स्थिति अत्यन्त दयनीय है. समाज के लोग रोज कमाई करके अपने परिवार का पालन पोषण करते है. हमारे पास सैलून की दुकान के अलावा अन्य कोई कार्य नहीं है. जिससे की हमारे परिवारोंं का भरण पोषण किया जा सके. मॉडिफाइड लॉकडाउन में सरकार ने अन्य सभी दुकानदारों की दुकानें खोलने का निर्देश दे दिए. लेकिन सैलून, हेयर कटिंग की दुकानें बन्द हैं. साथ ही सरकार की ओर से सैन समाज के लिये अपने परिवारों का भरण पोषण करने हेतु कोई इंतजाम नहीं किया गया.
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सिवाना कस्बे के कांतिलाल सैन ने बताया कि लॉकडाउन में हमारे समाज के लोग सरकार की ओर से दिये गये निर्देशों का पालन कर रहे है. लेकिन सरकार ने हमें आर्थिक सहायता नहीं दी है. इन कठिन परिस्थितियों में लोगों के लिए अपने परिवार का पालन पोषण करना मुश्किल हो गया है. जिसको लेकर कांतिलाल ने सरकार में मांग करते हुए कहा है, कि सैलून की दुकान चलाने वालो को आर्थिक मदद दे, ताकि अपने परिवार का भरण पोषण भी कर सके.