बाड़मेर. पंचायती राज चुनाव के दौरान ड्यूटी पर रहे पुलिसकर्मियों को वापस छोड़ने के लिए जैसलमेर रोडवेज डिपो का एक बस चालक बुधवार को उदयपुर गया. जहां उदयपुर रोडवेज डिपो की एक बस ने उसे टक्कर मार दी. जिसके बाद घायल को बाड़मेर लाया गया, जहां राजकीय चिकत्सालय में डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया.
वहीं, इसकी सूचना पर परिजन और मृतक के समाज के लोग मोर्चरी के आगे बैठ गए. मृतक के परिजनों का आरोप है कि रोडवेज और चुनाव अधिकारियों ने लापरवाही दिखाते हुए घायल व्यक्ति को एंबुलेंस की जगह बस में बिठाकर बाड़मेर के लिए रवाना किया. परिजनों का आरोप है कि घायल व्यक्ति का बीच रास्ते में कहीं भी उपचार नहीं करवाया गया. यहां तक की घायल को लेकर उन्हें सूचना भी नहीं दी गई.
फिलहाल, मौके पर मृतक के समाज के लोग भारी संख्या में एकत्रित हो रहे हैं. मृतक के भतीजे ओमप्रकाश ने बताया कि मेरे चाचा मगाराम जैसलमेर रोडवेज बस चालक पर कार्यरत है, वे चुनाव ड्यूटी में लगे हुए पुलिसकर्मियों को उदयपुर लेकर गए थे. वहां उनके साथ 4 बसें और भी थी, मेरे चाचा पुलिस फोर्स को चुनाव ड्यूटी में छोड़कर उदयपुर डिपो में तेल भरवाने गए, इस दौरान एक अन्य बस ने उन्हें टक्कर मार दी.
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जिससे वह घायल हो गए जिसके बाद उनके साथी कर्मचारियों ने बताया कि हम उन्हें अस्पताल ले गए और प्राथमिक उपचार करवाया और फिर उन्हें घायल अवस्था में रोडवेज बस में बिठाकर बाड़मेर लेकर आए उसके बाद उन्हें टैक्सी में बिठाकर बाड़मेर के राजकीय अस्पताल ले जाया गया. लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मृतक के भतीजे ने बताया कि उनकी मांग है कि चुनाव आयोग की गाइडलाइन के अनुसार जो भी दिशा निर्देश हैं वह लाभ मृतक के परिजनों को दिया जाए और इस पूरे मामले की जांच की जाए. जिन भी अधिकारियों की लापरवाही सामने आए उन पर कार्रवाई की जाए.