बाड़मेर. पूरा विश्व इस समय कोरोना महामारी से जूझ रहा है. संकट के इस समय में लोग अपने अपने स्तर पर गरीबों और असहाय लोगों की मदद कर रहे है. इसी कड़ी में लॉकडाउन के 38 दिन बाद नगर परिषद के राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत ने पहल करते हुए दिव्यांगों को स्नान करवा कर नए कपड़े दिए.
दिव्यांगों ने बताया कि दो वक्त का खाना तो मिल जा रहा था. लेकिन लंबे समय से स्नान नहीं करने और बाल बड़े होने से उन्हें परेशानी हो रही थी. ऐसे में बुधवार को कुछ लोग आए जिन्होंने उनके बाल कटवाए और स्नान करवाया. जिसके बाद अब उन्हें बहुत सुकून मिल रहा है.
पढ़ें- भीलवाड़ा के बाद जैसलमेर ने दिखाया कोरोना के खिलाफ दम, 35 में से 30 मरीज स्वस्थ होकर घर लौटे
नगर परिषद के राजस्व अधिकारी पवन प्रजापत ने बताया कि मैंने यूट्यूब पर देखा था कि कुछ लोग बेसहारा और दिव्यांगों के बाल काटने का काम कर रहे हैं. ऐसे में मैनें सभापति और आयुक्त से बात की तो उन्होंने कहा कि यह अच्छा काम है. जिसके बाद डीएम साहब से बात की और यहां के बारे में अच्छे तरह से पता कर यह निर्णय लिया कि दिव्यांगों के बाल कटवाए जाएं और उन्हें स्नान करवा कर नए कपड़े दिए जाए.
पवन प्रजापत ने बताया कि इस काम के बाद दिव्यांगों के खिले हुए चेहरे देखकर मुझे बेहद खुशी मिली और सुकून मिला. वहीं, बाल काटने वाले नाई जीतू ने बताया कि नगर परिषद के कार्मिकों ने मुझे बताया कि बेसहारा और दिव्यांग लोगों के बाल काटने हैं. जिस पर मैं सहमत हुआ और मुझे भी खुशी है इन लोगों के मुस्कुराते हुए चेहरे देखकर.