बाड़मेर. पिछले तीन-चार दिनों से लगातार कानून व्यवस्था को लेकर राजस्थान की गहलोत सरकार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं. नागौर की दलित घटना के बाद बाड़मेर में अल्पसंख्यक युवक की घटना ने प्रदेश की बिगड़ी कानून व्यवस्था को लेकर गहलोत सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला दिया.
बता दें कि गहलोत सरकार ने अपनी ओर से इन दोनों घटनाओं में पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए राजस्व मंत्री हरीश चौधरी को पहले नागौर भेजा था. वहीं सरकार ने रविवार को राजस्व मंत्री हरीश चौधरी और बाड़मेर विधायक मेवाराम जैन को बाड़मेर के अल्पसंख्यक युवक से मिलने के लिए भेजा. दोनों ने रविवार को पीड़ित युवक और उसके भाई से ग्रामीण थाने में मुलाकात कर पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली. उसके बाद जोधपुर रेंज आईजी के साथ अन्य अधिकारियों से बातचीत कर अब तक की जानकारी जुटाई.
जिसके बाद राजस्व मंत्री हरीश चौधरी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दोनों पीड़ित परिवारों से उनकी मुलाकात हुई. साथ ही उन्होंने पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली है. सरकार की अब तक की कार्रवाई से पूरे तरीके से सरकार उनके साथ खड़ी है.
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वहीं राजस्व मंत्री का कहना है कि वह रविवार को बाड़मेर में युवक और उसके भाई से मुलाकात की. युवक ने इस बात की पुष्टि की है कि जो FIR में लोहे के साथ पिटाई की बात कही थी, वह पूरे तरीके से सच है. चौधरी ने कहा है कि उन्होंने पीड़ित युवक को पूरा भरोसा दिलाया है कि उसे पूरा न्याय मिलेगा. उसके बाद पुलिस अधिकारियों को भी इस पूरे मामले में त्वरित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
गौरतलब है कि ईटीवी भारत ने सबसे पहले इस खबर को दिखाते हुए पूरी घटना और उसके तथ्यों सहित जानकारी दी थी. उसके बाद से ही सरकार लगातार एक के बाद एक एक्शन मोड में आ गई.