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निकाय चुनाव 2019: जब पार्षदों के वादों को लेकर वोटर्स से दिया चौंकाने वाला जवाब - राजस्थान हिंदी समाचार

प्रदेश की 49 निकायों पर चुनाव होना है. ऐसे में बाड़मेर नगर परिषद में भी पार्षद प्रत्याशी जनता के बीच में जाकर वादों की झड़ी लगा रहे है. वहीं पार्षदों के वादों और उनके कामों को लेकर ईटीवी भारत ने बाड़मेर की जनता से उनकी राय जानी..देखिए स्पेशल रिपोर्ट

बाड़मेर नगर परिषद, Barmer City Council
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Published : Nov 12, 2019, 6:08 PM IST

बाड़मेर. नगर निकाय चुनाव को लेकर बाड़मेर में इन दिनों जबरदस्त तरीके से गहमागहमी का माहौल है. ईटीवी भारत भी बाड़मेर में चल रही निकायों की जंग पर हर पहलू से नजर बनाए हुए है. ऐसे में इस बार ईटीवी भारत ने यह जानने की कोशिश की कि पिछले 5 और 10 साल की कांग्रेस के बोर्ड के दौरान जो पार्षद चुनाव में जीते थे, उन्होंने जनता से किए वादों को कितना पूरा किया है.

निकाय चुनाव 2019: जब पार्षदों के वादों को लेकर वोटर्स से दिया चौंकाने वाला जवाब

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: पाली में बागी बिगाड़ सकते हैं भाजपा का 'खेल', तो पार्टी ने बनाया ये एक्शन प्लान

ईटीवी भारत में बाड़मेर शहर के मतदाताओं से यह बात जानने की कोशिश. मतदाताओं से पूछा गया की पिछले इलेक्शन में जब पार्षद वोट मांगने आए थे, उन्होंने जो वादे किए थे वह पूरे किए या नहीं. तो इस पर लोगों का साफ तौर पर कहना था कि जब वोट का समय होता है तो नेता वादे करने के लिए और वोट लेने के लिए हमारे पास आ जाते हैं. वादे करने के बाद जब उनसे सफाई और अन्य समस्याओं को लेकर शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं सुनता है.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: वोटर्स को लुभाने के लिए खाने-पानी की पूरी व्यवस्था, खुलेआम उड़ रही आचार संहिता की धज्जियां

मतदाताओं ने बताया कि जिस तरीके से बाड़मेर में पिछले 5 सालों में कांग्रेस का बोर्ड रहा है, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कामकाज नहीं हुआ है. लिहाजा इस बार हम वोट करते समय अपने उम्मीदवार से वादों को लेकर साफ-साफ बातचीत करेंगे, क्योंकि समस्याएं पिछले 5 सालों से जस की तस है.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: बाड़मेर के वार्ड 12 से बीजेपी प्रत्याशी का पर्चा खारिज, कांग्रेस के महावीर बोहरा निर्विरोध चुने गए​​​​​​​

वर्तमान में नगर निकाय चुनाव में बाड़मेर में कुल 149 प्रत्याशी मैदान में है. जिसमें बताया जा रहा है कि 53 प्रत्याशी बीजेपी से है तो वहीं कांग्रेस के 52 प्रत्याशी है तो बसपा के दो प्रत्याशी है. इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या करीबन 40 बताई जा रही है. इस बार सियासी मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है. क्योंकि इससे पहले चुनावों में बाड़मेर में महज 40 वार्ड होते थे. लेकिन इस बार 15 वार्ड नए जुड़ गए हैं. आपको बता दें कि बाड़मेर नगर परिषद के लिए 16 नवंबर को मतदान होगा वहीं 19 नवंबर को काउंटिंग होगी.

बाड़मेर. नगर निकाय चुनाव को लेकर बाड़मेर में इन दिनों जबरदस्त तरीके से गहमागहमी का माहौल है. ईटीवी भारत भी बाड़मेर में चल रही निकायों की जंग पर हर पहलू से नजर बनाए हुए है. ऐसे में इस बार ईटीवी भारत ने यह जानने की कोशिश की कि पिछले 5 और 10 साल की कांग्रेस के बोर्ड के दौरान जो पार्षद चुनाव में जीते थे, उन्होंने जनता से किए वादों को कितना पूरा किया है.

निकाय चुनाव 2019: जब पार्षदों के वादों को लेकर वोटर्स से दिया चौंकाने वाला जवाब

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ईटीवी भारत में बाड़मेर शहर के मतदाताओं से यह बात जानने की कोशिश. मतदाताओं से पूछा गया की पिछले इलेक्शन में जब पार्षद वोट मांगने आए थे, उन्होंने जो वादे किए थे वह पूरे किए या नहीं. तो इस पर लोगों का साफ तौर पर कहना था कि जब वोट का समय होता है तो नेता वादे करने के लिए और वोट लेने के लिए हमारे पास आ जाते हैं. वादे करने के बाद जब उनसे सफाई और अन्य समस्याओं को लेकर शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं सुनता है.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: वोटर्स को लुभाने के लिए खाने-पानी की पूरी व्यवस्था, खुलेआम उड़ रही आचार संहिता की धज्जियां

मतदाताओं ने बताया कि जिस तरीके से बाड़मेर में पिछले 5 सालों में कांग्रेस का बोर्ड रहा है, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कामकाज नहीं हुआ है. लिहाजा इस बार हम वोट करते समय अपने उम्मीदवार से वादों को लेकर साफ-साफ बातचीत करेंगे, क्योंकि समस्याएं पिछले 5 सालों से जस की तस है.

पढ़ें- निकाय चुनाव 2019: बाड़मेर के वार्ड 12 से बीजेपी प्रत्याशी का पर्चा खारिज, कांग्रेस के महावीर बोहरा निर्विरोध चुने गए​​​​​​​

वर्तमान में नगर निकाय चुनाव में बाड़मेर में कुल 149 प्रत्याशी मैदान में है. जिसमें बताया जा रहा है कि 53 प्रत्याशी बीजेपी से है तो वहीं कांग्रेस के 52 प्रत्याशी है तो बसपा के दो प्रत्याशी है. इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या करीबन 40 बताई जा रही है. इस बार सियासी मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है. क्योंकि इससे पहले चुनावों में बाड़मेर में महज 40 वार्ड होते थे. लेकिन इस बार 15 वार्ड नए जुड़ गए हैं. आपको बता दें कि बाड़मेर नगर परिषद के लिए 16 नवंबर को मतदान होगा वहीं 19 नवंबर को काउंटिंग होगी.

Intro:बाड़मेर

पार्षदों ने वादे पूरे किए या नहीं कि ईटीवी भारत में मतदाताओं से जानी उनकी राय

नगर निकाय चुनाव को लेकर बाड़मेर में इन दिनों जबरदस्त तरीके से गहमागहमी का माहौल है ईटीवी भारत आपको नगर निकाय चुनाव से जुड़े हर पहलू से रूबरू करवाने की कोशिश कर रहा है इस बार ईटीवी भारत ने यह जानने की कोशिश की कि पिछले 5 और 10 साल की कांग्रेस के बोर्ड के दौरान जो पार्षद चुनाव में जीते थे उन्होंने अपने वादों को पूरा किया




Body:जब ईटीवी भारत में बाड़मेर शहर के मतदाताओं से यह बात करने के जानने की कोशिश की कि आखिर पिछले इलेक्शन में जब पार्षद वोट मांगने आए थे उन्होंने जो वादे किए थे वह पूरे किए या नहीं तो इस पर लोगों का साफ तौर पर कहना था कि जब वोट का समय होता है तो नेता वादे करने के लिए और वोट लेने के लिए हमारे पास आ जाते हैं वादे करने के बाद जब उनसे सफाई और अन्य समस्याओं को लेकर शिकायत करते हैं तो कोई नहीं सुनता है




Conclusion:मतदाताओं ने साफ कहा कि जिस तरीके से बाड़मेर में पिछले 5 सालों में कांग्रेस का बोर्ड रहा है लेकिन उसके बावजूद भी कोई कामकाज नहीं हुआ है लिहाजा इस बार हम वोट करते समय अपने उम्मीदवार से वादों को लेकर साफ-साफ बातचीत करेंगे क्योंकि समस्याएं जस की तस पिछले 5 सालों में है कांग्रेस वाले यह कहते थे कि बीजेपी की सरकार है और काम करने नहीं देते है

बाईट- बाबूलाल माली , वार्ड 19 मतदाता
बाईट -मुकेश परमार ,वार्ड 15 मतदाता
बाईट- लक्ष्मण सियाग , वार्ड 26 मतदाता
बाईट- मोहन चौधरी ,वार्ड 25 मतदाता
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