बाड़मेर. नगर निकाय चुनाव को लेकर बाड़मेर में इन दिनों जबरदस्त तरीके से गहमागहमी का माहौल है. ईटीवी भारत भी बाड़मेर में चल रही निकायों की जंग पर हर पहलू से नजर बनाए हुए है. ऐसे में इस बार ईटीवी भारत ने यह जानने की कोशिश की कि पिछले 5 और 10 साल की कांग्रेस के बोर्ड के दौरान जो पार्षद चुनाव में जीते थे, उन्होंने जनता से किए वादों को कितना पूरा किया है.
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ईटीवी भारत में बाड़मेर शहर के मतदाताओं से यह बात जानने की कोशिश. मतदाताओं से पूछा गया की पिछले इलेक्शन में जब पार्षद वोट मांगने आए थे, उन्होंने जो वादे किए थे वह पूरे किए या नहीं. तो इस पर लोगों का साफ तौर पर कहना था कि जब वोट का समय होता है तो नेता वादे करने के लिए और वोट लेने के लिए हमारे पास आ जाते हैं. वादे करने के बाद जब उनसे सफाई और अन्य समस्याओं को लेकर शिकायत करते हैं तो कोई सुनवाई नहीं सुनता है.
मतदाताओं ने बताया कि जिस तरीके से बाड़मेर में पिछले 5 सालों में कांग्रेस का बोर्ड रहा है, लेकिन उसके बावजूद भी कोई कामकाज नहीं हुआ है. लिहाजा इस बार हम वोट करते समय अपने उम्मीदवार से वादों को लेकर साफ-साफ बातचीत करेंगे, क्योंकि समस्याएं पिछले 5 सालों से जस की तस है.
वर्तमान में नगर निकाय चुनाव में बाड़मेर में कुल 149 प्रत्याशी मैदान में है. जिसमें बताया जा रहा है कि 53 प्रत्याशी बीजेपी से है तो वहीं कांग्रेस के 52 प्रत्याशी है तो बसपा के दो प्रत्याशी है. इनके अलावा निर्दलीय प्रत्याशियों की संख्या करीबन 40 बताई जा रही है. इस बार सियासी मुकाबला भी दिलचस्प हो गया है. क्योंकि इससे पहले चुनावों में बाड़मेर में महज 40 वार्ड होते थे. लेकिन इस बार 15 वार्ड नए जुड़ गए हैं. आपको बता दें कि बाड़मेर नगर परिषद के लिए 16 नवंबर को मतदान होगा वहीं 19 नवंबर को काउंटिंग होगी.