सिवाना(बाड़मेर). लंबे समय से इंद्रदेव के इंतजार में बैठे किसानों के लिए हुई बारिश ने चेहरे खिला दिए. किसानों के लिए इस बार हुई बारिश से अच्छा फायदा होगा. मानसून की पहली बारिश में किसानों द्वारा खेतों में खरीफ की फसलों की बुवाई के बाद बारिश नहीं होने से फसलें में भारी नुकसान हो रहा था.
बता दें, अच्छी बारिश ने बाड़मेर जिले के सबसे बड़े मेली बांध में 12 फीट पानी की आवक हुई है. जिले के सबसे बड़े मेली बांध की भराव क्षमता 18 फीट है. क्षेत्र भर में अच्छी बारिश की सूचनाएं प्राप्त हो रही है. वहीं, सिवाना तहसील मुख्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात हुई बारिश 68 एमएम दर्ज हुई है.
वहीं, क्षेत्र के पहाड़ी इलाकों पर बरसाती नाले घण्टों पूरे वेग से बहते रहे, जिससे पिपलून, भेरू, देवन्दी, नानेरी, गोलिया, सहित नगा बांध, एनीकट और तालाबों में पानी की अच्छी आवक हुई. पिपलून के हलदेश्वर एनीकट पर चादर चली, तो वहीं क्षेत्र के खेत खलियान और तालाब लबालब हो गए.
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उधर, मेली गांव के तालाब में आने वाले बरसाती पानी के नाले पर सड़क निर्माण के दौरान मिट्टी, कंकरीट डालकर बिछाने से देर रात हुई बारिश ने निर्माणाधीन सड़क को तोड़कर गहरा गड्ढा बना दिया, जिससे सिवाना-समदड़ी मुख्य सड़क मार्ग करीब 3 घंटे अवरुद्ध रहा. वहीं, बरसाती नाले से सड़क टूटने से लोगों को परेशानी उठानी पड़ी.