बाड़मेर. कोरोना संक्रमण के बीच जिले में रविवार से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की गई है. जिसके तहत शहर में कई जहग पल्स पोलियो बूथ केंद्र बनाए गए हैं. साथ ही केंद्रीय बस स्टैंड पर भी नर्सिंग स्टूडेंट बसों में बच्चों को पोलियो की खुराक पिला रही हैं.
पल्स पोलियो अभियान के तहत शहर में जगह-जगह पर प्लस पोलियो बूथ लगाए गए. ताकि 5 साल तक का बच्चा कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित ना रहे. इस अभियान में अगले दो दिन डोर टू डोर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जाएगी. केंद्रीय बस स्टैंड पर बच्चों को पोलियो की खुराक पिला रही नर्सिंग स्टूडेंट सीता ने बताया कि, पल्स पोलियो को लेकर उनकी ड्यूटी बस स्टैंड पर लगाई गई है. ताकि 5 साल तक का कोई भी बच्चा पोलियो की खुराक से वंचित ना रहे. इसको लेकर वो बस स्टैंड पर आने वाले बच्चों को पोलियो की खुराक पिला रहे हैं. साथ ही इस बार कोविड-19 को देखते हुए खास ख्याल भी रखा जा रहा है.
बाड़मेर कलेक्टर विश्राम मीणा ने कहा कि, पोलियो अभियान पिछले कई सालों से चल रहा है. लेकिन इस बाद कोरोना के संक्रमण को देखते हुए मास्क लगाने, सैनिटाइजर का उपयोग करने और शारीरिक दूरी का पालन करने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही आमजन भी अपील की गई है कि, अपने 5 साल तक के बच्चों को पोलियो की खुराक जरूर पिलाएं.
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के जन्म दिवस के अवसर पर रक्तदान शिविर का हुआ आयोजन
बाड़मेर. जिले में भाजपा कार्यकर्ताओं ने रविवार को केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के जन्मदिन को सेवा दिवस के रूप में मनाया. इस दौरान उन्होंने रक्तदान शिविर समेत कई कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत कई नेताओं ने ट्वीट के जरिए बधाई दी है.
भाजपा पार्षद बांका राम ने बताया कि, केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी के पुत्र विजय चौधरी की उपस्थिति में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया. इस रक्तदान शिविर में करीब 35 से 30 यूनिट ब्लड डोनेट किया जा चुका है. वहीं, 51 यूनिट ब्लड रक्तदान करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है.
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बता दें कि, लोकसभा सत्र चल रहा है. जिसकी वजह से केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी अपने संसदीय क्षेत्र में नहीं है. कैलाश चौधरी हर साल अपने जन्म दिवस के दिन संसदीय क्षेत्र में अपने शुभचिंतकों के साथ अपना जन्मदिन मनाते हैं.
संडे हो या मंडे बाड़मेर कलेक्टर विश्राम मीणा नहीं कर रहे है विश्राम....
बाड़मेर. पिछले 6 महीने से पूरे देश में कोविड-19 का कहर जारी है. जिसकी वजह से अधिकतर अधिकारी शनिवार और रविवार तक की छुट्टी नहीं ले रहे हैं. इसी क्रम में बाड़मेर कलेक्टर विश्राम मीणा ने पिछले लंबे समय से शनिवार और रविवार की छुट्टी नहीं ले रहे हैं. कलेक्टर लगातार ऑफिस में रहकर पूरे जिले में कोविड-19 के साथ ही पंचायती राज चुनाव की मॉनिटरिंग कर रहे हैं. रविवार को जिला कलेक्टर कार्यालय में जबरदस्त तरीके से हलचल होती है. आलम ये है कि कलेक्टर के लगातार आने के कारण बाकी कर्मचारियों को भी शनिवार और रविवार को अपने दफ्तर में आना पड़ रहा है.
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विश्राम मीणा ने बताया कि, 30 साल की उनकी नौकरी में उन्होंने कभी भी छुट्टी लेना मुनासिब नहीं समझा है. क्योंकि सरकार ने उन्हें कलेक्टर बनाकर एक बड़ी जिम्मेदारी सौंपी हैं. वहीं, मौजूदा हालातों को देखते हुए किसी भी तरीके की छुट्टी लेना सही नहीं है.