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बाड़मेर: 15 जुलाई के बाद धार्मिक स्थलों को खोलने के प्रस्ताव पर बनी सहमति - 15 जुलाई के बाद धार्मिक संस्थानों को खोलने के प्रस्ताव पर सहमति

कोविड-19 की परिस्थितियों में आमजन की सुरक्षा को देखते हुए सोमवार को बाड़मेर जिले के विभिन्न धार्मिक संस्थानों को खोलने के दौरान रखी जाने वाली सावधानियों पर चर्चा की गई. जिसके चलते विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर विश्राम मीणा, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा की मौजूदगी में विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक आयोजित हुई.

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धार्मिक स्थल खोलने को लेकर बैठक आयोजित
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Published : Jun 22, 2020, 7:50 PM IST

बाड़मेर. कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन को धीरे-धीरे हर जगह से हटाया जा रहा है. इसी के तहत विभिन्न गतिविधियां करने की छूट दी जा रही है. ऐसे में अब जिले के विभिन्न धार्मिक संस्थानों को खोलने को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर सभागार में बैठक आयोजित हुई. जिसमें विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर विश्राम मीणा, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा और विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.

धार्मिक स्थल खोलने को लेकर बैठक आयोजित

बैठक में जिले में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों को देखते हुए आगामी 15 जुलाई के बाद धार्मिक संस्थानों को खोलने को लेकर प्रस्ताव पर सहमति बनी है. विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि सोमवार को विभिन्न धार्मिक प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित हुई. जिसमें उन्होंने जिले में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों को ध्यान में रखते हुए कहा कि 15 जुलाई के बाद ही धार्मिक संस्थान खोलना उचित रहेगा. जिसके बाद राज्य सरकार को 15 जुलाई के बाद धार्मिक संस्थानों को खोलने को लेकर प्रस्ताव भिजवाने पर सहमति बनी. इसके बाद जो भी राज्य सरकार की ओर से आदेश मिलेंगे उसकी पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी.

यह भी पढ़ें : सुप्रीम कोर्ट ने दी पुरी में जगन्नाथ यात्रा की अनुमति, नियमों का करना होगा पालन

बता दें कि गत 6 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए धर्म गुरुओं से विस्तृत चर्चा की थी. सुझावों के आधार पर गहलोत ने जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का निर्णय लिया था. इस दौरान गहलोत ने कहा था कि यह कमेटी धार्मिक स्थलों की स्थिति, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन सहित अन्य हेल्थ प्रोटोकॉल के साथ संक्रमण से बचाव के विभिन्न उपायों पर विमर्श कर धर्म स्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव देगी.

बाड़मेर. कोविड-19 को लेकर लागू लॉकडाउन को धीरे-धीरे हर जगह से हटाया जा रहा है. इसी के तहत विभिन्न गतिविधियां करने की छूट दी जा रही है. ऐसे में अब जिले के विभिन्न धार्मिक संस्थानों को खोलने को लेकर सोमवार को जिला कलेक्टर सभागार में बैठक आयोजित हुई. जिसमें विधायक मेवाराम जैन, जिला कलेक्टर विश्राम मीणा, पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा और विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया.

धार्मिक स्थल खोलने को लेकर बैठक आयोजित

बैठक में जिले में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों को देखते हुए आगामी 15 जुलाई के बाद धार्मिक संस्थानों को खोलने को लेकर प्रस्ताव पर सहमति बनी है. विधायक मेवाराम जैन ने बताया कि सोमवार को विभिन्न धार्मिक प्रतिनिधियों के साथ बैठक आयोजित हुई. जिसमें उन्होंने जिले में लगातार बढ़ रहे कोविड-19 के मामलों को ध्यान में रखते हुए कहा कि 15 जुलाई के बाद ही धार्मिक संस्थान खोलना उचित रहेगा. जिसके बाद राज्य सरकार को 15 जुलाई के बाद धार्मिक संस्थानों को खोलने को लेकर प्रस्ताव भिजवाने पर सहमति बनी. इसके बाद जो भी राज्य सरकार की ओर से आदेश मिलेंगे उसकी पालना सुनिश्चित करवाई जाएगी.

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बता दें कि गत 6 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए धर्म गुरुओं से विस्तृत चर्चा की थी. सुझावों के आधार पर गहलोत ने जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने का निर्णय लिया था. इस दौरान गहलोत ने कहा था कि यह कमेटी धार्मिक स्थलों की स्थिति, सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन सहित अन्य हेल्थ प्रोटोकॉल के साथ संक्रमण से बचाव के विभिन्न उपायों पर विमर्श कर धर्म स्थलों को खोलने के संबंध में सुझाव देगी.

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