बालोतरा (बाड़मेर). कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है. इस दौरान लोग अपने घरों में रह कर कोरोना से मुक्त रहें, इसको लेकर लोग अपनी इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए योग और अन्य प्राकृतिक तरीकों का उपयोग कर रहे हैं. इसी क्रम में जिले के बालोतरा में कोरोना से बचाव के लिए लोग मड थेरेपी का तरीका अपना रहे हैं.
पढ़ें- BJP MP और MLA सहित 16 के खिलाफ मुकदमा दर्ज
बालोतरा के कुछ परिवार इन दिनों मड थेरेपी को अपनाते हुए शरीर को स्वस्थ बना रहे हैं. चिकनी मिट्टी में गौमूत्र, छाछ, हल्दी, नीम रस, गिलोय रस आदि मिलाकर लेप तैयार करते हैं. इसको पूरे शरीर पर लगाकर एक घंटे धूप में बैठते हैं. मिट्टी सूखने के बाद पानी से नहाया जाता है. थेरेपी अपनाने वाले लोगों के अनुसार इससे शरीर के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं और त्वचा चिकनी होने के साथ वजन कम होता है.
नर्सिगकर्मियों ने की केंद्र के अनुरूप पदनाम देने की मांग
वहीं बालोतरा में ही नर्सेज एसोसिएशन ने नर्सिगकर्मियों को कोरोना (कोविड-19) के समय दी जा रही सेवाओं के मद्देनजर उनके उत्साहवर्धन और उनके मान-सम्मान के लिए उनका पदनाम केंद्र के अनुरूप करने की मांग की है. एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष मामराज बिश्नोई ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना महामारी से लड़ने वाली नर्सेज को पदनाम का तोहफा दें. जिससे हम और उत्साह के साथ कार्य कर सकें.