बाड़मेर. अखिल राजस्थान राजीव गांधी प्रशिक्षित पैराटीचर्स संघ ने राज्य में कार्यरत राजीव गांधी पैराटीचर्स संघ को प्रबोधक पद पर समायोजित करने की मांग को लेकर शुक्रवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर धरना दिया. साथ ही राज्य सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए सीएम अशोक गहलोत के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
पैराटीचर्स संघ के जिलाध्यक्ष धनाराम सेन ने बताया कि पिछले 22 वर्षों से हम अपनी ड्यूटी को बखूबी अंजाम दे रहे हैं. एक सरकारी टीचर की तरह हम सब काम करते हैं, लेकिन वेतन के नाम पर हमें सिर्फ 9045 नाम मात्र का मासिक वेतन दिया जा रहा है. सरकार हमारा शोषण कर रही है. हमने हमारी मांग को लेकर कई बार आवाज उठाई लेकिन किसी ने अब तक कोई ध्यान नहीं दिया है. कांग्रेस ने वादा किया था कि हमारी सरकार बनेगी तो हम पैराटीचर्स को स्थाई करेंगे. लेकिन सरकार बनने के बाद कांग्रेस सरकार ने अब तक कुछ नहीं किया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने समय रहते हमारी मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो हम दीपावली के पर्व पर जयपुर में डेरा डालेंगे.
पढ़ेंः सीकरः पेयजल समस्या को लेकर वार्ड 41 के लोगों का प्रदर्शन, अनिश्चितकालीन धरना शुरू
इसी तरह शारदा राव ने बताया कि हम दूरदराज की ढाणियों और दुर्गम इलाकों में अपनी ड्यूटी दे रहे हैं. लेकिन मासिक वेतन के नाम पर सिर्फ 9045 मिल रहे हैं. जिससे परिवार का गुजर-बसर करना बेहद मुश्किल है. हम पिछले लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर आवाज उठाते आ रहे हैं. लेकिन कोई इसे गंभीरता से लेने को तैयार नहीं है. इसी कड़ी में हमने जिला कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि जल्द सरकार हमारी मांगों को पूरा करें.