बाड़मेर. भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने मुनाबाव बॉर्डर से घुसपैठ कर रहे एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया है. बॉर्डर क्रॉस कर आए युव के संदिग्ध लगने पर असली गांव के ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया और पूछताछ की. जिसमें उसने बताया कि वह पाकिस्तान से सीमा की तारबंदी क्रॉस करके आया है. गांव वालों ने इस बात की जानकारी तुरंत बीएसएफ को दी.
सूत्रों ने बताया कि सेामवार दिन में करीब 12 बजे मुनाबाव क्षेत्र से लगती अंतर्राष्ट्रीय सीमा सुरक्षा बल की मुनाबाव सीमा चैकी पर तैनात सजग जवानों ने एक युवक को भारतीय सीमा में घुसते देखा. भारतीय सीमा पर घुसने पर उसे ललकारने के बाद जवानो ने पकड़ लिया. पूछताछ में उसने अपना नाम भागचंद पुत्र लक्ष्मण कौली निवासी धोरोनारो जिला अमरकोट, पाकिस्तान बताया है.
पढ़ेंः कश्मीर में हुआ 'फेल', तो द. भारत में आतंकी हमले की योजना बना रहा पाकिस्तान
सूत्रों ने बताया कि पूछताछ में भारतीय सीमा में गलती से घुस आने की बात सामने आई है. पाकिस्तान के सीमा क्षेत्र में मजदूरी का काम तलाश कर रहा था, वहां पर उसे किसी ने भारतीय सीमा के तरफ इशारा करते हुए कहा कि वहां मजदूरी मिल जायेगी. इस पर वह तारबंदी क्रॉस कर भारतीय सीमा में पहुंच गया. उसके पास से 30 रुपये की पाकिस्तानी करेंसी भी मिली है.
वहीं दूसरी तरफ खुफिया एजेन्सीया यह संभावना जता रही हैं कि पाकिस्तान की यह कोई डमी ड्राईव हो सकती हैं. सीमा पार से किसी घुसपैठ को अंजाम देने के लिए पाक खुफिया आई.एस.आई किसी प्रकार की डमी ड्राईव के जरिये कोई बड़ी घटना को अंजाम देने के फिराक में हैं. फिलहाल पकड़े गए पाकिस्तानी नागरिक से सुरक्षा एजेंसियां पूछताछ में जुटी हैं.
पढ़ेंः सीमा पर मारे गए पाक जवानों का वीडियो रिलीज, देखें
युवक की उम्र 18 से 20 साल बताई जा रही है. उसने बनियान और एक हरे रंग का पजामा पहन रखा है. बीएसएफ ने हालांकि अभी तक अधिकारिक पुष्टि नहीं की है. लेकिन अधिकारियों ने अपुष्ट जानकारी दी है कि एक पाकिस्तानी नागरिक को हिरासत में लिया गया है. युवक से फिलहाल एजेंसियां पूछताछ कर रही हैं.
पढ़ेंः जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाकर सरकार ने ठीक किया : संघ
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्ते तल्ख हैं. यही वजह है कि राजस्थान के बॉर्डर से पाकिस्तान जाने वाली ट्रेन थार एक्सप्रेस के दौरे भी बंद कर दिए गए हैं. वहीं पाकिस्तान द्वारा लगातार युद्ध की धमकियों के बाद सीमा क्षेत्रों में सुरक्षा एजेंसियां काफी सतर्क हैं.