बाड़मेर. जिले में मेडिकल कॉलेज खोलने के बाद गहलोत सरकार (Government of Rajasthan) की ओर से स्वास्थ्य सेवाओं में लगातार इजाफा किया जा रहा है. सोमवार को तकरीबन 73 लाख रुपए की आधुनिक जांच मशीनें अस्पताल को सौंपी गई. इससे पहले बाड़मेर के लोगों को इलाज के लिए या तो जोधपुर जाना पड़ता था या परंपरागत इलाज कराना पड़ता था.
कांग्रेस विधायक मेवाराम जैन (MLA Mevaram Jain) ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर के बाद अब राजस्थान सरकार चाहती है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त किया जाए. इसी कड़ी में आज सरकार ने तकरीबन 73 लाख की आधुनिक जांच मशीनें बाड़मेर अस्पताल में लगाकर लोगों को बड़ी राहत दी है.
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मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर के आसेरी ने बताया कि विभिन्न अत्याधुनिक जांच मशीनों का सोमवार को विधायक मेवाराम जैन (barmer MLA) की ओर से लोकार्पण किया गया है. इससे जांच रिपोर्ट जल्दी प्राप्त होने लगेंगी.
इन मशीनों का हुआ उद्घाटन
माइक्रोबायोलॉजी विभाग: ऑटोमेटिक एलिजा एनालाइजर automated ELISA analyzers (10 लाख रुपए की लागत से) इससे डेंगू, हेपेटाइटिस, एड्स आदि की शीघ्र और एक्यूरेट जांच प्राप्त होगी.
पैथोलॉजी विभाग: फुली ऑटोमेटिक कोगयूलेशन एनालाइजर fully automated coagulation analyzer (20 लाख रुपए की लागत से) इसमें पीटी, आईएनआर, एटीटीटी, हेमोफेलिया, क्लोटिंग फेक्टर और डी-डायमर आदि.
बायोकेमिस्ट्री विभाग: फुली ऑटोमेटिक क्लीनिकल केमिस्ट्री एनालयसर fully automated clinical chemistry analyzer (37 लाख रुपए की लागत से) इसे हार्ड लिवर किडनी कैंसर और ड्रग मॉनिटरिंग संबंधित के 50 प्रकार की जाती होगी. इससे 1 घंटे में 7 से 80 सैंपल में कुल 400 से 600 जाचे.
एचबीए 1 सी एनालाइजर hba1c analyzer: (6.30 लाख रुपए की लागत से) इससे पिछले 3 माह का शुगर कंट्रोल संबंधित जांच और थैलेशेमिया की प्राथमिक सूचना की जांच होगी.