बाड़मेर. ऐसे में अगर मंत्री और किसान आगे नहीं आते तो शायद इस बार राजस्थान, गुजरात, पंजाब और हरियाणा सहित देश में किसानों की फसलें तबाह हो जाती. राजस्थान में लगातार टिड्डियों का पाकिस्तान से आने का सिलसिला बदस्तूर जारी है. ये एक के बाद एक इलाकों को टारगेट कर रही हैं. लेकिन इस बार राजस्व मंत्री और बाड़मेर और जैसलमेर के किसानों ने एक सेना बना दी. इस सेना के मुखिया, मंत्री, सिपाही और सदस्य किसान हैं.
इस सेना में सबसे पहले उन किसानों को लिया गया है, जिनके पास कृषि से जुड़े ट्रैक्टर और अन्य सामान उपलब्ध है. उन लोगों की सेना प्रशासन के साथ टिड्डी मारने के लिए दवाई लेकर जहां पर भी टिड्डी की सूचना मिलती है. वहां पहुंच जाती है.
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मंत्री हरीश चौधरी बताते हैं कि जिस तरीके से लगातार आपदा का दौर बाड़मेर और जैसलमेर में जारी है, हम लोग जब यह सूचना आती है कि इस इलाके में टीड्डी आ गई है. उसके बाद हमारी अलग-अलग टीमें स्थानीय किसानों की मदद से उस पर काबू पाने में लग जाती हैं. ये ऑपरेशन रात को शुरू होता है और सुबह जब तक धूप नहीं आती तब तक है चलता रहता है.
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सबसे बड़ी बात है कि इस बार बाड़मेर और जैसलमेर के किसानों ने जाति, धर्म से ऊपर उठकर सबने एक साथ मिलकर एक दूसरे के खेतों को बचाने के लिए जो यह सेना बनाई है. वह अपने आप में काबिले तारीफ है. शायद इसी की वजह से देश के अन्य राज्यों में टिड्डी नहीं पहुंच पाएगी.
हम लोग पूरे प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही स्थानीय किसानों की मदद के लिए दिन रात लगे हुए हैं. ताकि हमारे खेत खराब ना हो. मंत्री ने कहा कि मेरे मंत्रालय ने तो गिरदावरी रिपोर्ट करवाने की पूरी तैयारी कर ली है. जल्द ही यह रिपोर्ट भी तैयार होकर आ जाएगी, ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके.